पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है। लेकिन, दहशत के इस बीच अगर कोई हमारी रक्षा कर रहा है तो वह है देश की पुलिस है।
राजकोट (गुजरात). पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही है। लेकिन, दहशत के इस बीच अगर कोई हमारी रक्षा कर रहा है तो वह है देश की पुलिस है। ऐसी ही मिसाल पेश कर रही है गुजरात की एक 6 महीने की गर्भवती लेडी कांस्टेबल।
ऐसे राष्ट्रभक्त को सलाम
दरअसल, हम जिस महिला कांस्टेबल की बात कर रहे हैं, वो राजकोट की रहने वाली है और उनका नाम है नसरीन जुनैद बेलीम। इस समय नसरीन 6 महीने की गर्भवती है। लेकिन, छु्ट्टी लेकर घर में आराम करने की बजाय ड्यूटी पर तैनात है। उनका परिवार भी उनके साथ राजकोट में ही रहता है।
गर्भवती होने के बाद भी 8 से 10 घंटे करती हैं ड्यूटी
मीडिया से बात करते हुए नसरीन ने कहा-इस वक्त मेरी देश को जरूरत है। जब देश ऐसे बुरे हालातों से गुजर रहा है तो मैं कैसे घर बैठ सकती हूं। खाकी वर्दी के नाते मेरा फर्ज है कि में उन हाजरों गरीबों की मदद करूं, जो लॉकडाउन के चलते भूखे-प्यासे हैं। मैं रोज 8 से 10 घंटे ड्यूटी करती हूं।
फर्ज के आगे दर्द भी भूल गई लेडी कांस्टेबल
कांस्टेबल का कहना है कि हम पुलिसवालों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाना पड़ता है। हां मुझे डर जरूर लगता है कि कहीं मुझे कोरोना हो गया तो मेरे आने वाले बच्चे का क्या होगा। इसके लिए मेरे पति और घरवाले भी डांटते हैं। उनका कहना है कि छु्ट्टी ले लो और घर पर बैठो। लेकिन उनको समझा देती हूं कि तुम चिंता मत करो। मुझे कुछ नहीं होगा। उन लाखों गरीबों का आर्शीवाद मेरे सिर पर जो है।