दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में एक इमारत में भीषण आग लगने के बाद घर में दो बुजुर्ग शख्स फंस गए थे। इन दोनों व्यक्तियों की उम्र 90 साल के आसपास है। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, इसकी लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं।
दिल्ली. अक्सर पुलिसवालों की चर्चा गलत कामों के लिए होती है। लेकिन देश की राजधानी से एक ऐसी खबर सामने आई है, जहां एक पुलिस वाले ने मानवता का उदाहरण पेश किया है। सिपाही ने बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर दो बुजुर्गों को मौत के मुंह से बचाया। इंसानियत की इस मिसाल की हर कोई तारीफ कर रहा है।
लपटों में फंस चुके थे 90 साल के बुजुर्ग
दरअसल, दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में एक इमारत में भीषण आग लगने के बाद घर में दो बुजुर्ग शख्स फंस गए थे। इन दोनों व्यक्तियों की उम्र 90 साल के आसपास है। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, इसकी लपटें दूर से ही दिखाई दे रही थीं। स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया।
बुजुर्गों को अपने कंधे पर उठाकर बाहर लाया सिपाही
आग की खबर मिलते ही सिपाही विक्रम तुरंत मौके पर पहुंचा। सिपाही ने देखा कि किस तरह से दोनों बुजुर्ग फंसे हुए हैं। लेकिन घर के मुख्य दरवाले पर ताला लगा हुआ था। कांस्टेबल विक्रम ने पास की दुकान से हथौड़ा लेकर ताला तोड़ा, ताकि आग बुझाने के लिए फायर टेंडर अंदर पहुंच सकें। फिर किसी तरह से सिपाही आग की लपटों के बीच कूद गया। जिसके बाद दोनों बुजुर्गों को अपने कंधे पर उठाकर बाहर निकालकर लाया।
जिंदा बचे बुजुर्ग बोले- सिपाही को जिंदगीभर नहीं भूल सकते
मौत के मुंह से बची बुजुर्ग महिला ने बताया कि सिपाही विक्रम अगर आज हमारी जान नहीं बचाता तो शायद वह जिंदा नहीं होते।आग लगने के बाद हम छत पर फंस गए थे, तभी हमारे दामाद विनायक और कांस्टेबल ने जो साहस दिखाते हुए हमें मौत के मुंह से बचाया वह हम जिंदगी भर नहीं भूल सकते हैं।
अफसर भी सिपाही को कर रहे सलाम
पुलिस उपायुक्त अतुल ठाकुर ने बताया कि आग की लपटों के बीच फसे बुजर्गों को कांस्टेबल विक्रम सचमुच साहस का परिचय दिया है। उन्होंने बताया कि रात दो बजे सूचना मिलने के बाद मैंने 27 फायर टेंडर को रवाना किया था। अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, मामले की जांच कर रही है। लेकिन सिपाही ने जो किया वह सलाम करने वाला कमाल है।