यह कहानी पंजाब के लुधियाना की रहने वाली 25 वर्षीय नर्स सतनाम कौर उर्फ सिमरन की है। सिमरन की मां को पिछले 10 साल से शुगर है। वहीं, पिता को पांच साल पहले पैरालिसिस का अटैक आया था। तब से वे बिस्तर पर हैं। जब पिता को पता चला कि उनकी बेटी की ड्यूटी आइसोलेशन वार्ड में लगाई गई है, तो पहले वे चिंतित हो उठे। लेकिन जब बेटी का साहस देखा, तो उन्हें गर्व हुआ। कई बार जब बेटी ड्यूटी पर निकलती है, बिस्तर पर पड़े पिता की आंखें भर आती हैं, लेकिन जैसे ही बेटी मुस्कराती है, तो सारा डर दूर हो जाता है।