
पणजी। भाजपा नेता और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के बेटे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) ने बीजेपी छोड़ दी है। वह अपने पिता के विधानसभा सीट पणजी से चुनाव लड़ना चाहते थे। इसकी तैयारी भी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया। पार्टी ने यहां से वर्तमान विधायक बाबुश मोनसेराटे को टिकट दिया। इसके बाद से उत्पल के बीजेपी छोड़ने की अटकलें थीं। शुक्रवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया कि वे पणजी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी छोड़कर उन्होंने किसी दूसरी पार्टी में जाने से इनकार किया। उत्पल ने कहा कि मैं बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ना चाहता था। मैंने पिछले और इस चुनाव के दौरान अपनी पार्टी को यह समझाने की पूरी कोशिश की कि मुझे न केवल पार्टी के सभी सदस्यों का, बल्कि पणजी के लोगों का भी समर्थन हासिल है। इसके बावजूद मैं पणजी से उम्मीदवारी नहीं कर पा रहा था। यहां से किसी ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया है, जो पिछले 2 साल में पार्टी में आया है। इसलिए मैं आगे बढ़ना चाहता हूं और पणजी के लोगों को मेरे राजनीतिक भाग्य का फैसला करने देना चाहता हूं। पणजी की जनता का समर्थन मेरे साथ है। मेरे भाग्य का फैसला वे ही करेंगे।
बीजेपी ने दिया था दूसरी सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर
दरअसल, गुरुवार को बीजेपी ने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए 34 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी। इसमें उत्पल का नाम नहीं था। उत्पल पणजी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन यहां से विधायक बाबुश मोनसेराटे को टिकट दिया गया। इसके बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि उत्पल को दो अन्य सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया है। भाजपा के केंद्रीय नेता उत्पल के साथ बातचीत कर रहे हैं। हालांकि उत्पल पणजी छोड़कर कहीं और से चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हुए।
मनोहर पर्रिकर गोवा में BJP के सबसे बड़े नेता थे। वे यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भी रहे। बाद में मोदी सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। उनके बेटे का चुनाव से पहले पार्टी छोड़ना BJP को नुकसान पहुंचा सकता है। उत्पल को बीजेपी से टिकट नहीं दिए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें आम आदमी पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था।
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