14 अप्रैल को हार्दिक ने कांग्रेस पर खुद की अनदेखी का आरोप लगाया था। तब उन्होंने कहा था कि गुजरात कांग्रेस में उनकी स्थिति उस दूल्हे जैसी हो गई है, जिसकी नसबंदी करा दी गई हो। उसके बाद उनके आज के बयान ने सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है।
अहमदाबाद : गुजरात में इसी साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव (Gujarat chunav 2022) होने वाला है। इससे पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। कांग्रेस नेतृत्व से नाराज पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने कांग्रेस (Congress) की लाइन से खुद के सुर बदल लिए हैं। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाया है। उन्होंने खुद को राम भक्त बताते हुए कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। जिसके बाद सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या कांग्रेस नेता पाला बदलने जा रहे हैं?
हिंदू होने पर गर्व- हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल ने कहा कि हम भगवान राम को मानते हैं। हम हिंदू धर्म से हैं और हमें हिंदू होने पर बहुत गर्व है। उन्होंने अपने पिता के मृत्यु संस्कार पर चार हजार भगवत गीता बांटने की भी बात कही। हार्दिक ने कहा कि विपक्ष को लोगों के मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ लड़ना और संघर्ष करना होगा। अगर हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो लोग दूसरे विकल्प तलाशेंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मजबूत है। इसका कारण यह है कि उनके पास नेतृत्व है और वे सही समय पर सही निर्णय लेते हैं। हालांकि उन्होंने बीजेपी में जाने की अटकलों को खारिज कर दिया है।
बीजेपी ने भी की तारीफ
वहीं, हार्दिक के इस बयान के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उनकी तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि नरेन्द्र भाई मोदी के विजन के साथ आज पूरा देश एक साथ खड़ा है। जनता उनकी पार्टी की विचारधारा से प्रभावित है। साल 2014 से नरेंद्र भाई देश की सेवा में जुटे हुए हैं। ये सबसे अच्छी बात है कि हार्दिक पटेल ने इसे जनता के बीच कहा, क्योंकि बहुत से लोग इसे नहीं कह पाते कि वे बीजेपी का नेतृत्व मजबूत है।
कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं हार्दिक पटेल
बता दें कि हार्दिक पटेल लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। 14 अप्रैल को भी उन्होंने पार्टी पर जमकर नाराजगी जताई थी। हार्दिक ने कहा था कि खोडालधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष और पाटीदार नेता नरेश पटेल को हर पार्टी अपनी तरफ लाने की कोशिश कर रही है लेकिन कांग्रेस न जाने क्यों उन पर फैसला लेने में इतनी देरी कर रही है। यह पूरे पाटीदार समाज का अपमान है। मेरी तो स्थिति पार्टी में उस नवविवाहित दूल्हे जैसी हो गई है, जिसे नसबंदी से गुजरना पड़ा हो। उन्होंने कहा कि न तो मुझे पार्टी के किसी बैठक में बुलाया जाता है, न किसी फैसले में शामिल किया जाता है और ना ही मेरी सलाह ली जाती है, फिर ऐसे बाद का क्या मतलब है। हालांकि उन्होंने बताया कि वे पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखी है। वहां से उन्हें आश्वासन भी मिला है।इसे भी पढ़ें-गुजरात चुनाव से पहले संकट में कांग्रेस : हार्दिक पटेल ने उठाए सवाल, कहा-नसबंदी वाले दूल्हे जैसी मेरी स्थिति
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