यह बच्चा गांधीनगर के अदालज इलाके में रहने वाले जिग्नेश और अस्मिता भारती का बच्चा है, जिसका जन्म अप्रैल के महीने में हुआ है। माता पिता कूड़ा बीनने का काम करते हैं, लेकिन बच्ची की सुरक्षा में 24X7 पुलिस तैनात रहती है।
अहमदाबाद. गुजरात की राजधानी गांधीनगर से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक दो महीने के बच्चे की सुरक्षा के लिए पुलिस की तरफ से चौबीसों घंटों सुरक्षा मिली हुई है। हैरानी की बात यह है कि ना तो वह यह बच्चा ना तो किसी सेलेब्रिटी का है और ना ही देश के किसी बड़े राजनेता का, वो तो एक झुग्गी इलाके में रहता है, फिर उसके आसपास पुलिसवाले तैनात रहते हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
कूड़ा बीनने का काम करते हैं बच्चे के मां-बाप
दरअसल, यह बच्चा गांधीनगर के अदालज इलाके में रहने वाले जिग्नेश और अस्मिता भारती का बच्चा है, जिसका जन्म अप्रैल के महीने में हुआ है। माता पिता कूड़ा बीनने का काम करते हैं, लेकिन बच्ची की सुरक्षा में 24X7 पुलिस तैनात रहती है। बताया जाता है कि जब यह नवजात दो दिन का था तो किडनैपर्स ने इसे अगवा कर लिया। पुलिस इस बच्चे को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ा भी लाई, लेकिन 5 जून को एक बार फिर नवजात का अपहरण हो गया। लेकिन दूसरी बार भी बच्चे को छुड़ा लिया गया।
दो महीने के बच्चे का दो बार हुआ अपहरण
बता दें कि दोनों बार इस बच्चे को ऐसे दंपत्ति ने अपहरण किया था जिनकी कोई पहले संतान नहीं थी। दूसरी बार जिन पति-पत्नी ने बच्चे को किननैप किया था उनका नाम दिनेश और सुधा कटारा है। उन्हें शादी के सात साल बाद भी कोई बच्चा नहीं है, इसलिए उन्होंने पूरा प्लान बनाकर बच्चे को चुरा ले गए। लेकिन पुलिस की सूझबूझ से वह कामयाब नहीं हो सके।
बच्चे के लिए पुलिस खोज रही नया घर
बार-बार बच्चे के अपहरण के चलते पुलिस ने मासूम की सुरक्षा को ध्यान में रखते 24x7 सुरक्षा देने का फैसला किया है। इसके लिए पुलिस ने झुग्गी-झोपडिय़ों के पास स्पेशल प्वाइंट बनाकर एक टीम तैनात कर दी है। वहीं गांधीनगर क्राइम ब्रांच प्रभारी एचपी झाला ने कहा, हम बच्चे के माता-पिता के लिए अच्छी नौकरी और घर खोजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे सुरक्षित जगह पर रह सकें।