इस घर को मिली देश की पहली ‘नागरिकता’, पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आया था ये परिवार

नागरिकता संशोधन बिल को लेकर राज्यसभा राजनेतिक दलों के बीच बहस चल रही है।  इसी बीच भारत में 7 साल से रह रहे हिंदू शरणार्थी के यहां मंगलवार को बेटी हुई है। इस परिवार के लोकसभा में बिल पास होने की इतन खुशी  हुई कि अपनी बेटी का नाम नागरिकता रख दिया है।.

Asianet News Hindi | Published : Dec 11, 2019 12:31 PM IST / Updated: Dec 11 2019, 06:18 PM IST

दिल्ली. नागरिकता संशोधन बिल को लेकर राज्यसभा में सभी राजनीतिक दलों के बीच बहस चल रही है। वहीं असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल और मेघालय में इस विधेयक को लेकर लोग विरोध करते हुए जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान से दिल्ली आए एक हिंदू शरणार्थी परिवार इससे बहुत खुश है। इसलिए उसने अपने घर में जन्मी एक बेटी का नाम 'नागरिकता' रखा है।

लंबे अरसे से अपनी पहचान की लड़ाई लड़ रहा यह परिवार
दरअसल, यह परिवार लंबे वक्त से दिल्ली के मजनू का टीला में रहता है। लेकिन इस परिवार के लोगों के अंदर यही डर था कि हम लोग क्यों भारत के नहीं हो सकते हैं। वह इसके लिए लंबे अरसे लड़ाई लड़ रहा था। की कब उसको भारत की पहचान मिलेगी। जब लोकसभा में यह बिल पास हुआ और राज्य सभा में पास होने की उम्मीद लगाए बैठे परिवार के घर में मंगलवार के दिन एक बच्ची का जन्म हुआ। तो वह इतने खुश हुए कि उन्होंने अपनी बेटी का नाम नागरिकता ही रख दिया। वहीं नवजात के पिता ने कहा यह भारत की बेटी है। इसलिए हमने इसका नाम नागरिकता रख दिया।

7 साल पहले पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आया था ये परिवार
बता दें कि यह परिवार मीडिया सूत्रों के मुताबिक, 7 साल पहले पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आया था। उन्होंने किसी तरह दिल्ली में अपना घर तो बना लिया। लेकिन उनको भारत देश की पहचान नहीं मिली। बच्ची की मां आरती ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा- मैं इस बिल के बारे में ज्यादा तो नहीं जानती। बस इतना पता है कि यह विधेयक हमें भारत का नागरिक होने का कानूनी हक दिला सकता है। मैं चाहती हूं कि विधेयक पास हो जाए। 

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