
बेंगलुरू. इसरो की जानकारी के अनुसार चंद्रयान-2 मिशन 15 जुलाई को रात 2.51 बजे आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च होगा। यह 6 या 7 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव के पास लैंड करेगा। यह मिशन सफल होते ही भारत चांद की सतह पर लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन यह कारनामा कर चुके हैं। हालांकि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास यान उतारे जाने का यह पहला मौका होगा।
चंद्रयान-2 के पूरे मिशन पर करीब 603 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। अकेले जीएसएलवी की कीमत 375 करोड़ रुपए है। यान को 6000 क्विंटल वजनी रॉकेट से ले जाया जाएगा। यह करीब 5 बोइंग जंबो जेट के बराबर है। इसे बाहुबली रॉकेट भी कहते हैं, क्योंकि यह काफी वजन ढोने में सक्षम है।
इससे पहले अक्टूबर 2008 में चंद्रयान-1 लॉन्च हुआ था। 140 क्विंटल वजनी चंद्रयान-1 को चांद की सतह से 100 किमी दूर कक्षा में स्थापित किया गया था।