
वडोदरा, गुजरात. व्हीलचेयर पर बैठे ये मां-बेटे दोनों दिव्यांग हैं। ये कोई कामकाज करने की हालत में नहीं हैं। इसलिए मजबूरी में मंदिरों के बाहर बैठकर भीख मांगते हैं। मंगलवार को मां-बेटे वडोदरा म्यूनिसिपल काउंसिल(VMC) दफ्तर पहुंचे थे। वे अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने आए थे। उनके बैग में 10,20 और 50 के करीब 13000 रुपए के नोट थे। उन्हें देखकर लोग हैरान रह गए।
इस महिला का नाम है ज्योत्सना गांधी। वे बताती हैं कि उनका बेटा चलने-फिरने में भी सक्षम नहीं है। इसलिए वे ही उसकी देखभाल करती हैं। वे भीख मांगकर अपने और बेटे की जिंदगी चला रही हैं। ज्योत्सना बताती हैं कि वे नियमित बिजली का बिल भी भरती हैं। हालांकि प्रॉपर्टी टैक्स भरने में उनसे देरी हो गई। एक अधिकारी के मुताबिक, ज्योत्सना गांधी पर 2003 से प्रॉपर्टी टैक्स बाकी था। ज्योत्सना को यह नहीं मालूम था कि दिव्यांगों को टैक्स भरने पर 25 प्रतिशत की छूट भी मिलती है।