हिमचाल में कुदरत का कहर: एक परिवार के 8 लोगों की मौत, मां के सीने से चिपके थे 2 बच्चे...रुला देने वाला था मंजर

हिमाचल में कुदर बारिश के रुप में कहर बरपा रही है। लोगों को घरों में पानी भरने लगा है तो पुल टूटने लगे हैं। बाढ़ के चलते 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं दुखद मामला मंडी जिले का है, जां बारिश के कहर में एक परिवार के आठ लोगों की भी जान चली गई।

Arvind Raghuwanshi | Published : Aug 21, 2022 1:02 PM IST

शिमला (हिमाचल). देश के कई राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। लेकिन हिमाचल में तो बारिश ने कहर बरपाकर रखा हुआ है। जिसके चलते एक दिन में ही दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच मंडी जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां बादल फटने से आई बढ़ की वजह से एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई। दुखद बात यह है कि जब पुलिस शव उठाने के लिए घर के अंदर पहुंची तो वहां का नजारा देख आंखों से आसूं छलक पड़े। क्योंकि एक बेड पर मृत मां का शव पड़ा था, जिसके सीने से उसके दो बच्चे चिपके हुए थे। जिसने भी यह मंजर देखा वह रोने लगा।

कुदरती कहर ने परिवार को संभलने का मौका तक नहीं दिया
दरअसल, यह दुखद घटना मंडी जिले के झड़ोंन गांव की है, जहां शुक्रवर करीब दो बजे के आसपास कुदरती कहर ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। गांव के प्रधान खेम सिंह अपने 2 मंजिला मकान में परिवार के साथ गहरी नींद में सो रहे थे। घर में उस समय प्रधान खेम सिंह, पत्नी, बच्चे, उनकी भाभी, भाई के दो बच्चे और उनकी ससुर मौजूद थे। इसी दौरान अचानक पहाड़ी धंसने लगी और उनका घर ध्वस्त हो गया जिसके नीचे परिवार के 8 लोग दब गए। आलम यह था कि कुदरती कहर ने उनको संभलने का मौका तक नहीं दिया, तभी तो सभी लोगों की बेड पर ही मौत हो गई।

सैकड़ों लोगों की आंखों को यह इंतजार था कि कोई तो जिंदा होगा....
वहीं दूसरे दिन शनिवार सुबह मामले की जानकारी प्रशासन को पता चली तो दर्जनों पुलिस और सैंकड़ों लोग उस मकान की तरफ भागे। बारिश के कारण रास्ता बेकार था, लेकिन फिर भी जेसीबी को  मौके पर पहुंचाया गया। लोग परिवार को बचाने की उम्मीद में कटर व हथौड़े से छत की चादरें काटने में भी जुट गए। मलबे में दबे लोगों को खोजने में जुटे सैकड़ों लोगों की आंखों को यह इंतजार था कि सभी लोग सुरक्षित निकलें। लेकिन भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था। 

मां से चिपके मासूम बच्चों को हटाया तो कांप गए हाथ
किसी तरह जब लोग अंदर पहुंचे तो पंचायत प्रधान व परिवार के अन्य सदस्य सांसे तोड़ चुके थे। सभी के शवों पर धूल और मिट्टी लगी थी।
जब झड़ोंन गांव के अन्य लोगों ने यह दर्दनाक मंजर देखा तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। सुबह से चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दोपहर 1 बजे खत्म होने के बाद बिस्तर पर पड़े शव बारी-बारी से मलबे के बीच से निकाले गए। लेकिन पुलिस की आंखों में उस वक्त आंसू आ गए जब उन्होंने मां से चिपके मासूम बच्चों को हटाया। इस दौरान कई लोगों के हाथ तक कांप गए। वहीं मंडी के डीसी अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिले में कई जगहों पर बारिश और भूस्खलन हुआ है। लैंडस्लाइड होने के कारण रेस्क्यू टीम समय पर नहीं पहुंच पाई। लेकिन गांव वालों ने भी परिवार को बचाने की पूरी कोशिश की। फिर भी कोई नहीं बस सका।

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