पुलिस लाइन सभागार में हुई इस बैठक को पुलिस की यह अच्छी पहल बताते हुए शहर काजी प्रो. जैनुस साजिद्दीन ने कहा कि न्यायालय के फैसले को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई ऐसा प्रयास नहीं किया जाना चाहिए, जिससे शहर की फिजा खराब हो।
मेरठ: अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने से पहले मेरठ पुलिस द्वारा बुलाई गई एक बैठक में मुस्लिम समाज के लोगों ने एक स्वर में कहा कि वह न्यायालय के फैसले का सम्मान करेंगे। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि शनिवार को उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं और गणमान्य लोगों के साथ बैठक की जिसमें अयोध्या मामले में कोई भी फैसला आने के बाद अमन-चैन बनाए रखने की अपील की गई।
फैसला स्वीकार होगा- काजी प्रो. जैनुस साजिद्दीन
पुलिस लाइन सभागार में हुई इस बैठक को पुलिस की यह अच्छी पहल बताते हुए शहर काजी प्रो. जैनुस साजिद्दीन ने कहा कि न्यायालय के फैसले को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई ऐसा प्रयास नहीं किया जाना चाहिए, जिससे शहर की फिजा खराब हो। प्रो साजिद्दीन ने कहा कि जिले में शांति समितियां बनाई जाएंगी जो अमन कायम रखने का संदेश देंगी। मौलाना कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि अभी मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक की गई है तथा दूसरे समुदाय के लोगों के साथ बैठक होगी। उन्होंने कहा कि न्यायालय का फैसला स्वीकार होगा और शहर का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा।
एसएसपी साहनी ने बताया कि अमन कायम रखने के लिए जिले में समितियां बनाई जाएंगी जो लोगों को जागरूक करेंगी। साथ ही मस्जिदों से भी अमन कायम रखने का ऐलान किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर निगरानी रखेंगी पुलिस टीमें
एसएसपी ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने की आशंका को देखते हुए सोशल मीडिया की निगरानी के लिए चार टीमें बनाई हैं। साथ ही पुलिस एक व्हाट्स एप ग्रुप बनाकर लोगों से तालमेल बढ़ाएगी और गांव गांव में शांति समितियां गठित होंगी। इन शांति समितियों में एसएसपी, शहर काजी सहित प्रमुख लोग शामिल रहेंगे।