मिजोरम विधानसभा में धार्मिक स्वतंत्रता प्रस्ताव पारित, सर्वसम्मति से लिया गया फैसला

प्रस्ताव पेश करने वाले विपक्षी कांग्रेस विधायक दल के नेता जोदिंतुआंगला ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक खतरे में हैं और 2014 में केन्द्र में भाजपा नीत राजग की सरकार बनने के बाद से धार्मिक उत्पीड़न बढ़ा है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 21, 2020 6:04 PM IST

आइजोल. मिजोरम विधानसभा ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से निजी संकल्प को पारित कर केन्द्र से संविधान में निहित धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिये कदम उठाने का अनुरोध किया।

कांग्रेस ने कहा  NDA सरकार आने से अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ा है

प्रस्ताव पेश करने वाले विपक्षी कांग्रेस विधायक दल के नेता जोदिंतुआंगला ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक खतरे में हैं और 2014 में केन्द्र में भाजपा नीत राजग की सरकार बनने के बाद से धार्मिक उत्पीड़न बढ़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा राजग सरकार में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और मस्जिदों तथा गिरजाघरों समेत उनके धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ के मामले बढ़े हैं।

मुख्यमंत्री जोरमथंगा और नेता विपक्ष लालडुहोमा ने प्रस्ताव पर चली लंबी चर्चा में हिस्सा लिया। वही राज्य में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के विधायकों ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर धार्मिक उत्पीड़न के मामले कांग्रेस शासनकाल में कहीं ज्यादा थे।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)
 

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