सिद्धरमैया ने भाजपा पर कसा तंज, कश्मीर में अगर शांति है तो ट्रंप का कार्यक्रम घाटी में कराएं

सिद्धरमैया ने ट्वीट किया कि यदि भाजपा महसूस करती है कि कश्मीर में सामान्य स्थिति लौट आयी है और अगर भाजपा को यह महसूस होता है कि सरकार द्वारा कोई सुनियोजित हिंसा नहीं है। तो अब समय इसे कश्मीर में डोनाल्ड ट्रंप का कार्यक्रम आयोजित करके साबित करने का है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 24, 2020 1:32 PM IST

बेंगलुरू. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कश्मीर में स्थिति पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार का नेतृत्व कर रही भाजपा से सोमवार को कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कार्यक्रम घाटी में आयोजित करके सामान्य स्थिति साबित करे।

सिद्धरमैया ने मोदी पर साधा निशाना

सिद्धरमैया ने ट्वीट किया कि यदि भाजपा महसूस करती है कि कश्मीर में सामान्य स्थिति लौट आयी है और अगर भाजपा को यह महसूस होता है कि सरकार द्वारा कोई सुनियोजित हिंसा नहीं है। तो अब समय इसे कश्मीर में डोनाल्ड ट्रंप का कार्यक्रम आयोजित करके साबित करने का है। विपक्षी दलों द्वारा जतायी गई चिंताओं के बीच सरकार ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रयास किये गए हैं जिसने गत वर्ष अगस्त में अनुच्छेद 370 के तहत मिला विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के बाद महीनों तक पाबंदियों का सामना किया।

कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने एक अन्य ट्वीट में ट्रंप की यात्रा से पहले अहमदाबाद में हवाई अड्डे के पास झुग्गियों को कथित तौर पर छुपाने के लिए बनायी गई लंबी दीवार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा-ट्रंप को मोदी से सीखना चाहिए 

उन्होंने ट्वीट किया यह समय डोनाल्ड ट्रंप के लिए नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेने का है। जो जीवन उतना सजावटी नहीं है उसे छिपाने के लिए सजावटी दीवारें बनाने की प्रेरणा। गुजरात में विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अहमदाबाद में भाजपा शासित नगर निगम ने झुग्गी कालोनी को दिखने से रोकने के लिए 500 मीटर लंबी दीवार का निर्माण किया है। अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि करीब चार फुट ऊंची दीवार बनाने की मंजूरी ट्रंप की गुजरात यात्रा को अंतिम रूप दिये जाने से बहुत पहले दी गई थी।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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