कोरोना महामारी की सबसे ज्यादा मार आम इंसान पर पड़ी है। लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग बेरोजगार हो गए। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लॉकडाउन से लेकर अबतक लगातार लोगों का पेट भर रहा है।
सूरत. कोरोना महामारी की सबसे ज्यादा मार आम इंसान पर पड़ी है। लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग बेरोजगार हो गए। लेकिन इस मुश्किल समय में कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने आगे बढ़कर लोगों की मदद की। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लॉकडाउन से लेकर अबतक लगातार लोगों का पेट भर रहा है।
अमेरिका से भारत लौटे थे तनुज
मूल रूप से गुजरात के आणंद के रहने वाले तनुज पटेल और उनकी टीम अब तक चार लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों को भोजन की सेवा दी चुकी है। तनुज कहते हैं, मैं पटेल मल्टीस्पेश्यालिटी अस्पताल के उद्घाटन के लिए अमेरिका से भारत आया था। लॉकडाउन की वजह से यहीं रुक गया। इस दौरान मैंने कई ऐसे परिवारों को देखा जिनके सामने खाने का संकट खड़ा था। जिसके बाद मैंने जरूरतमंद लोगों की सेवा करने का फैसला किया।
मातृभूमि में ही रहकर लोगों की सेवा करने का किया फैसला
तनुज कहते हैं, इस तरह की मुश्किल स्थिति में मैं अपने देश के हर वर्ग के भाई बहनों को भूखा पेट नहीं सोने दूंगा। जब तक महामारी चलती रहेगी, तब तक मैं मानव सेवा में लगा रहूंगा। बता दें, तनुज अब तक चार लाख से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को भोजन की सुविधा दे चुके हैं। इसके अलावा तीस हजार से ज्यादा शाकभाजी और फ्रूट की किट भी जरूरतमंदों को बांट चुके हैं।
कोरोना मरीजों को भी उपलब्ध कराते हैं खाना
यही नहीं, तनुज ने लॉकडाउन के दौरान गुजरात से यूपी या अन्य राज्य लौटे 17 हजार से ज्यादा श्रमिकों को उनके गांव जाने की व्यवस्था व मुसाफरी के दौरान खाने-पीने का इंतजाम करवाया। पांच लाख से ज्यादा कॉटन मास्क भी बांटा। उनकी टीम कोरोना केयर सेंटर में मरीजों को सुबह और शाम का भोजन भी उपलब्ध करवा रही है।