रामनगर सीट पर हरीश रावत के खिलाफ पार्टी में उपजे असंतोष के कारण रावत की सीट बदली भी जा सकती है। पार्टी में इस पर विचार-मंथन चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ हरीश रावत रामनगर सीट को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं।
देहरादून : उत्तराखंड में दूसरी लिस्ट को लेकर मचे घमासान से कांग्रेस (Congress) बैकफुट पर आ गई है। रामनगर और लालकुंआ के विद्रोह के बाद पार्टी ने दूसरी लिस्ट के 11 प्रत्याशियों की लिस्ट होल्ड पर डाल दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामनगर सीट पर हरीश रावत (Harish Rawat) के खिलाफ पार्टी में उपजे असंतोष के कारण रावत की सीट बदली भी जा सकती है। पार्टी में इस पर विचार-मंथन चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ हरीश रावत रामनगर सीट को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। उन्होंने मंगलवार देर रात सोशल मीडिया पर रामनगर के लिए एक इमोशनल पोस्ट लिखा और यहां से 28 जनवरी को नामांकन भरने का भी ऐलान किया।
यहां भी बदले जा सकते हैं कैंडिडेट
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अपने घोषित कुछ प्रत्याशियों में फेरबदल कर सकती है। प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद नेताओं और कार्यकर्त्ताओं में असंतोष थामने के लिए पार्टी रणनीतिकार इस मामले में पुनर्विचार करने पर जोर दे रहे हैं। माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की रामनगर सीट पर उम्मीदवारी पर भी विचार किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऋषिकेश, डोईवाला और कालाढूंगी सीट पर भी प्रत्याशियों को बदलने का दबाव है। पार्टी इस बारे में विचार कर सकती है। यही कारण है कि कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार को जारी 11 उम्मीदवारों की लिस्ट को होल्ड कर दिया।
हरीश रावत का विरोध क्यों
कांग्रेस ने हाल में प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी करते हुए रामनगर से पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष हरीश रावत को प्रत्याशी घोषित किया। इसके कुछ ही घंटों बाद प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत और उनके खेमे से इसका विरोध शुरू हो गया। रणजीत रावत और उनके समर्थकों ने हरीश रावत के खिलाफ निर्दलीय चुनाव में जाने का मन बनाया। यह खबर सामने आते ही पार्टी दोबारा इस सीट को लेकर मंथन में जुट गई है।
रामनगर नहीं तो कहां से मैदान में उतरेंगे पूर्व सीएम
अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर कांग्रेस ने हरीश रावत की सीट बदली तो फिर वह कहां से चुनाव मैदान में उतरेंगे। इस सवाल को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। बताया जा रहा है कि कालाढूंगी, लालकुआं या हरिद्वार ग्रामीण सीट से पार्टी रावत को चुनाव लड़ाने के बारे में सोच रही है। वहीं मंगलवार शाम हरीश रावत ने 28 जनवरी को नामांकन भरने और 27 जनवरी को रामनगर में बाकायदा पदयात्रा करने की घोषणा भी सोशल मीडिया पर कर दी है। अब सभी की निगाहें पार्टी के अगले कदम पर है।
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