पुष्कर सिंह धामी सरकार 2.0 : एक-एक मंत्री के हिस्से में कम से कम चार विभाग, जानिए किसे मिला सबसे अहम मंत्रालय

मंत्रिमंडल के मंत्रियों को जब विभागों का बंटवारा हो रहा था, तब आपत्ति भी देखने को मिली। एक घंटे के लिए विभागों का बंटवारा रोक दिया गया। लेकिन बाद में सभी मंत्रियों की जिम्मेदारी का ऐलान कर दिया गया। वरिष्ठता और अनुभव को प्राथमिकता दी गई है।

देहरादून : उत्तराखंड (Uttarakhand) की पुष्कर सिंह धामी सरकार 2.0 अब पूरी तरह तैयार हो गई है। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। शपथ ग्रहण करने के 7वें दिन पोर्टफोलियों सबके सामने आ गया। नई सरकार में मंत्री बने चार मंत्रियों को ज्यादातर पुराने विभाग की जिम्मेदारी ही दी गई है। सिर्फ एक पुराने मंत्री सुबोध उनियाल के सभी विभाग बदल दिए गए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने 23 महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखे हैं। पोर्टफोलियो में अनुभव को तवज्जो दी गई है। हर एक मंत्री के हिस्से में कम से कम चार चार विभाग आए हैं। जानिए किसके हिस्से में कौन से विभाग की जिम्मेदारी आई है...

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
सीएम ने अपने पास 23 विभाग रखे हैं। जिसमें कार्मिक एवं सतर्कता, राज्य संपत्ति, सूचना, गृह, राजस्व, औद्योगिक विकास एवं खनन, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्जा, आयुष एवं आयुष शिक्षा, आबकारी, न्याय, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास और नागरिक उड्डयन जैसे विभाग हैं।

Latest Videos

सतपाल महाराज
पुरानी सरकार में मंत्री रह चुके सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) की वरिष्ठता और अनुभव का ख्याल रखा गया है। आध्यात्मिक जगत से जुड़े होने के नाते उन्हें पर्यटन धर्मस्व, संस्कृति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा सिंचाई व लघु सिंचाई, लोक निर्माण जैसे पुराने विभाग भी उन्हें सौंपे गए हैं। पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण का मंत्रालय भी उनके ही हिस्से में आया है। इससे उनका कद और बढ़ गया है।

प्रेमचंद अग्रवाल
वरिष्ठ मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल (Premchand Aggarwal) को भी सबसे अहम जिम्मेदारी दी गई है। मंत्रिमंडल में उनका नाम नया है। वह पिछली सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। सीएम धामी ने उन्हें वित्त, शहरी विकास, आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन व जनगणना के संबंधी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है।

गणेश जोशी
वरिष्ठ नेता गणेश जोशी को अनुभव के आधार पर सैनिक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। यह विभाग पिछली सरकार में भी उनके पास ही था। चूंकि वे पूर्व सैनिक रहे हैं, इसलिए उनको यह विभाग सौंपा गया है। इसके अलावा कृषि एवं कृषि शिक्षा और ग्राम्य विकास विभाग भी उनके हिस्से में आया है। पिछली सरकार में औद्योगिक विकास व MSME जैसे विभाग उनके हाथ में थे।

डॉ. धन सिंह रावत
डॉ. धन सिंह रावत (Dhan Singh Rawat) सीएम धामी ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग आवंटित किए गए हैं। पिछली सरकार में भी उनके पास अहम मंत्रालय थे।

सुबोध उनियाल
सुबोध उनियाल इकलौते ऐसे मंत्री हैं जिनसे सभी विभाग इस बार बदल दिए गए हैं। उन्हें वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा विभाग सौंपे गए हैं। भाजपा की पिछली सरकार में कृषि, उद्यान एवं संबंधित विभाग उनके पास थे। जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने काफी अच्छे तरीके से भी निभाई थी।

रेखा आर्य
कैबिनेट में शामिल एकमात्र महिला मंत्री रेखा आर्य (Rekha Arya) के पिछली सरकार के दौरान मिले महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग को बरकरार रखा गया है। इसके साथ ही उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, खेल एवं युवा कल्याण जैसे नए विभाग सौंपे गए हैं। 

चंदन राम दास
पहली बार मंत्रिमंडल का हिस्सा बने चंदन राम दास (Chandan Ram Das) को भी कई अहम विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन, लघु एवं सूक्ष्म, मध्यम उद्यम जैसे भारी-भरकम विभाग सौंपे गए हैं। 

सौरभ बहुगुणा
मंत्रिमंडल के सबसे युवा मंत्री सौरभ बहुगुणा (Saurabh Bahuguna) को गन्ना व चीनी विकास के साथ पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, प्रोटोकाल और कौशल विकास व सेवायोजन विभाग मिले हैं। सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं और किसान बहुल जिले ऊधमसिंह नगर की सितारगंज सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।

इसे भी पढ़ें-पुष्कर सिंह धामी 2.0 टीम : जानिए कितनी पढ़ी लिखी है मुख्यमंत्री की नई टीम, कोई 10वीं तो कोई PhD,देखिए प्रोफाइल

इसे भी पढ़ें-मां के लाडले हैं पुष्कर सिंह धामी, पत्नी भी हर कदम पर देती हैं साथ, जानिए कैसी है उत्तराखंड के सीएम की फैमिली

Share this article
click me!

Latest Videos

SC on Delhi Pollution: बेहाल दिल्ली, कोर्ट ने लगाई पुलिस और सरकार को फटकार, दिए निर्देश
Maharashtra Election: CM पद के लिए कई दावेदार, कौन बनेगा महामुकाबले के बाद 'मुख्य' किरदार
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?
Maharashtra Jharkhand Exit Poll से क्यों बढ़ेगी नीतीश और मोदी के हनुमान की बेचैनी, नहीं डोलेगा मन!
महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका