अब तक कांग्रेस के बड़े नेताओं में सिर्फ राहुल गांधी ही हैं, जिनकी रैली उत्तराखंड में हो सकी है। 16 दिसंबर को देहरादून परेड ग्राउंड पर राहुल गांधी ने जनसभा की थी, जिसके बाद प्रियंका गांधी की 9 जनवरी की रैली को 30 दिसंबर को हल्द्वानी में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का जवाब माना जा रहा था।
देहरादून : कोरोना का असर अब चुनावी रैलियों और सभाओं पर भी पड़ने लगा है। उत्तर-प्रदेश के बाद कांग्रेस (congress) की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का अब उत्तराखंड (Uttarakhand) का चुनावी दौरा भी रद्द कर दिया गया है। कोविड प्रोटोकॉल और संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए कांग्रेस ने रैली स्थगित करने का फैसला किया है। उत्तराखंड कांग्रेस की ओर से इसकी जानकारी दी गई है।
9 जनवरी को गढ़वाल-कुमाऊं में थी सभा
प्रियंका गांधी 9 जनवरी को गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक जनसभा को संबोधित करने उत्तराखंड आने वाली थीं। प्रियंका के दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता काफी उत्साहित थे। रैली को लेकर तैयारियां भी जोरों पर थी, लेकिन इसी बीच प्रियंका की ओर से ये जानकारी साझा की गई कि उनके अपने परिवार के एक सदस्य और उनके एक कर्मचारी को कोरोना हो गया है। हालांकि प्रियंका की रिपोर्ट नेगेटिव थी, इसके बाद भी उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है।
पीएम मोदी की रैली का जवाब मानी जा रही थी रैली
अब तक कांग्रेस के बड़े नेताओं में सिर्फ राहुल गांधी ही हैं, जिनकी रैली उत्तराखंड में हो सकी है। 16 दिसंबर को देहरादून परेड ग्राउंड पर राहुल गांधी ने जनसभा की थी, जिसके बाद प्रियंका गांधी की 9 जनवरी की रैली को 30 दिसंबर को हल्द्वानी में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का जवाब माना जा रहा था।
यूपी दौरा भी निरस्त
बता दें कि इसके बाद कांग्रेस हाईकमान की ओर से भी ये संदेश जारी किया गया था कि कांग्रेस ने उत्तर-प्रदेश और अन्य चुनावी राज्यों में बड़ी रैलियों को स्थगित करने का फैसला किया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि, कांग्रेस ने राज्य इकाइयों से अपने-अपने राज्यों में कोविड-19 की स्थिति का आंकलन करने और रैलियां आयोजित करने पर निर्णय लेने के लिए कहा है।
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