उत्तराखंड के स्कूल में दलित छात्रों ने सवर्ण के हाथ से बने मिड-डे मील का किया बहिष्कार, CM ने दिए जांच के आदेश

राज्य में मिड डे मील का ये मामला गरमाया हुआ है, वहीं इस मामले के सामने आने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसके आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कुमाऊं के DIG नीलेश आनंद भरने को स्कूल का दौरा करने और घटना की जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 25, 2021 11:22 AM IST

चंपावत. उत्तराखंड के चंपावत जिले के सुखीखांग इंटर कॉलेज में मिड डे मील को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब छुआछूत का गंभीर मामला सामने आया है। जहां दलित छात्रों ने सवर्ण के हाथ से बना खाने से मना कर दिया है। साथ ही दलित स्टूडेंट्स ने ऊंची जाति की कुक का बनाया खाने को बहिष्कार कर दिया है।

स्कूल प्रिंसिपल ने शिक्षा विभाग को भेजी चिट्ठी 
दरअसल, स्कूल के प्रिंसिपल प्रेम सिंह ने शिक्षा विभाग को एक चिट्ठी भेजी है, जिसमें छुआछूत के इस मामला का खुलासा हुआ है। चिट्ठी में कहा गया है कि दलित छात्रों का कहना है कि जब सामान्य छात्र अनुसूचित जाति के भोजनमाता द्वारा तैयार भोजन नहीं खा रहे हैं तो फिर हम भी उच्च जाति के भोजनमाता द्वारा तैयार भोजन नहीं खाएंगे। 

सीएम अफसरों को मौके पर भेजा और दिए जांच के आदेश
फिलहाल राज्य में मिड डे मील का ये मामला गरमाया हुआ है, वहीं इस मामले के सामने आने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसके आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कुमाऊं के DIG नीलेश आनंद भरने को स्कूल का दौरा करने और घटना की जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

ऊंची जाति के छात्रों ने भी किया था मना
बता दें कि पिछले दिनों स्कूल में ऊंची जाति के छात्रों ने दलित कुक के पकाए गए भोजन को खाने से इनकार कर दिया था। जिसके चलते छात्र अपने  घर से लंच स्कूल लेकर आने लगे थे। मामला बढ़ते ही प्रिंसिपल ने दलित महिला को नौकरी से हटा दिया था और उनकी जगह सामान्य वर्ग की महिला का नियुक्ति की गई थी। अनुसूचित जाति की कुक सुनीता देवी को कुछ दिनों पहले सुखीढांग इलाके के जौल गांव के सरकारी स्कूल में भोजन माता के तौर पर नियुक्त किया गया था।
 

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