शिक्षक भर्ती में आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान में 4 दिन से हिंसक प्रदर्शन जारी, 3300 के खिलाफ दर्ज हुआ केस

राजस्थान में शिक्षक भर्ती में अनारक्षित पदों को एसटी उम्मीदवारों से भरने की मांग को लेकर चौथे दिन भी लगातार हिंसक प्रदर्शन जारी है। उदयपुर संभाग के डूंगरपुर और खेरवाड़ा में प्रदर्शनकारियों ने उग्र रवैया अपना लिया है। वहीं, खेरवाड़ा में पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो चुकी है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 27, 2020 10:13 AM IST

उदयपुर। राजस्थान में शिक्षक भर्ती में अनारक्षित पदों को एसटी उम्मीदवारों से भरने की मांग को लेकर चौथे दिन भी लगातार हिंसक प्रदर्शन जारी है। उदयपुर संभाग के डूंगरपुर और खेरवाड़ा में प्रदर्शनकारियों ने उग्र रवैया अपना लिया है। वहीं, खेरवाड़ा में पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने अब तक 3300 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।

उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे जाम
उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर प्रदर्शनकारियों ने 20 किलोमीटर इलाके में पत्थर बिछा दिए हैं और हाईवे को जाम कर दिया है। हाईवे पिछले 60 घंटे से भी ज्यादा समय से जाम है। डूंगरपुर के पास दोवड़ा में सुबह 4 बजे प्रदर्शनकारियों ने एक पिकअप वाहन में आग लगा दी थी। इसके अलावा एक कॉलोनी में भी जम कर तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने एक कार और बाइक को आग के हवाले कर दिया। वहां 40 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। 

मुख्यमंत्री ने हिंसा छोड़ने की अपील की
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को शिक्षा मंत्री, मु्ख्य सचिव, डीजीपी और दूसरे अधिकारियों के साथ बैठक की। अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार किसी भी वर्ग की न्यायोचित मांग पर विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने छात्रों-नवजवानों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की। 

उदयपुर में धारा-144 लागू
इस हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए खेरवाड़ा और डूंगरपुर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। उदयपुर जिले में धारा-144 लगा दी गई है। वहीं, हिंसा को देखते हुए उदयपुर की गोगुंदा और सराड़ा पंचायत में 28 और 29 सितंबर को होने वाले पंचायत चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं।

3300 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
इस हिंसक प्रदर्शन में भाग लेने वाले 3300 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। उन पर तोड़फोड़, नेशनल हाईवे को जाम करने, आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं। 34 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। प्रदर्शनकारियों के सामने प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। दो दिन में करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ। शिक्षक भर्ती के कैंडिडेट 7 सितंबर से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारी शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को एसटी वर्ग से भरने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर 17 दिन से प्रदर्शन चल रहा है। गुरुवार से यह प्रदर्शन उग्र हो गया। 12 अप्रैल, 2018 को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सामान्य शिक्षा के 5431 पदों पर भर्ती निकली थी। इसमें एसटी के लिए 45 फीसदी, एससी के लिए 5 फीसदी और सामान्य वर्ग के लिए 50 फीसदी आरक्षण था। इसमें एसटी और एससी कैंडिटेड्स की भर्ती के बाद सामान्य वर्ग से 1554 पद भरे गए और 1167 पद खाली रह गए। प्रदर्शनकारी इन्हीं खाली पदों पर एसटी कैंडिडेट्स की बहाली की मांग कर रहे हैं।  

Share this article
click me!