कोरोना की जंग हारी मासूम: आई थी दिल के छेद का इलाज कराने, हो गई पॉजिटिव..26 घंटे बाद तोड़ा दम

चंडीगढ़. कोरोना वायरस लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेने के साथ अब छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं छोड़ रहा है। ऐसा ही एक दिल को झोकझोर देने वाला मामला चंडीगढ़ से सामने आया है। जहां इस महामारी के चलते 6 महीने की बच्ची ने पॉजिटिव आने के 26 घंटे बाद दम तोड़ दिया।
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 23, 2020 11:41 AM IST / Updated: Apr 23 2020, 05:37 PM IST

चंडीगढ़. कोरोना वायरस लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेने के साथ अब छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं छोड़ रहा है। चंडीगढ़ में ऐसा ही एक दिल को झोकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां महामारी के चलते 6 महीने की बच्ची ने पॉजिटिव आने के 26 घंटे बाद दम तोड़ दिया।

पूरी रात से वेंटिलेटर थी मासूम
दरअसल, तस्वीर में दिखाई देने वाली बच्ची बुधवार सुबह कोरोना पॉजिटिव मिली थी। जिसके बाद चंडीगढ़ पीजीआई के डॉक्टरों ने मासूम को कोरोना वॉर्ड में एडमिट कर दिया था। रात को उसकी बॉडी में इन्फेक्शन ज्यादा बढ़ गया, जहां उसे वेंटिलेटर शिफ्ट कर दिया था। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भी डॉक्टर उसको नहीं बचा सके।

दिल के छेद का इलाज कराने आई थी मासूम
बता दें कि मासूम बच्ची रितिका के दिल में छेद था। माता-पिता ने उसे पीजीआई के एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में लेकर आए थे। मासूम 9 अप्रैल से यहां भर्ती थी, डॉक्टर्स उसकी सर्जरी करने वाले थे। लेकिन,उससे पहले ही वह कोरोना पॉजिटिव हो गई।

बच्ची के माता-पिता कोरोना निगेटिव
रात को जब मासूम को वेंटिलेटर पर रखा गया था तो बच्ची की मां हर आधे घंटे उसको देखने के लिए जाती थी। दूर से ही बिटिया को देखकर रोती रहती थी। वहीं एक दिन पहले डॉक्टरों ने बच्ची के माता-पिता के सैंपल भी लिए थे। लेकिन, दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यहां तक कि मासूम के साथ जो परिजन आए थे उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव है।

मासूम के पिता ने डॉक्टरों पर लगाए आरोप
फगवाड़ा के रहने वाले रामू ने बताया- बेटी रितिका को दो दिन से इंफेक्शन हो रहा था। इसकी शिकायत मैंने डॉक्टरों से की थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद मंगलवार दोपहर उसके टेस्ट करवाए गए तो वह संक्रमित पाई गई। पिता ने आरोप लगाया है कि पीजीआई की लापरवाही की वजह से बच्ची को कोरोना हुआ।

बच्ची के इलाज करने वाले डॉक्टर्स क्वारैंटाइन
बच्ची के संक्रमित पाए जाने के बाद पीजीआई सेंटर के डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ और यहां एडमिट अन्य बच्चों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। 18 डॉक्टरों समेत पीजीआई के 54 स्टाफ को क्वारंटीन किया गया है।

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