सीएम चन्नी शनिवार दोपहर को बरनाला पहुंचे हुए थे। लेकिन मुख्यमंत्री के आने से पहले कर्मचारी संगठनों ने सरकार का विरोध जताना शुरू कर दिया था। आलम यह हो गया कि सीएम की सुरक्ष में तैनात पुलिस जवानों को इन प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठी-डंडों का सहारा तक लेना पड़ा।
बरनाला (पंजाब). मख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शनिवार को बरनाला पहुंचे चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi)को जबरदस्त हंगामा का सामना करना पड़ा। क्योंकि यहां कांट्रैक्ट टीचर और एनएचएम कर्मचारियों ने विरोध-प्रर्दशन किया। प्रदर्शनकारी पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नेशनल हाईवे पर बैठ गए। कुछ टीचर पेट्रोल की बोतलें हाथ में लेकर पानी की टंकी पर तक पर चढ़ गए और मांग पूरी नहीं होने पर जान देने की धमकी तक देने लगे।
पुलिस और कर्मचारियों में हुई हाथापाई
दरअसल, सीएम चन्नी शनिवार दोपहर को बरनाला पहुंचे हुए थे। लेकिन मुख्यमंत्री के आने से पहले कर्मचारी संगठनों ने सरकार का विरोध जताना शुरू कर दिया था। आलम यह हो गया कि सीएम की सुरक्ष में तैनात पुलिस जवानों को इन प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठी-डंडों का सहारा तक लेना पड़ा। बीच सड़क पर बैठे लोगों को हटाने के लिए पुलिस और विरोध जता रहे लोगों में हाथापाई तक हो गई। इस बीच सरदार कर्मचारियों की पगड़ियां भी उतर गईं।
पुलिस भी प्रदर्शनकारियों को नहीं रोक सकी
बता दें कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बरनाला, तपा और महलकलां में तीन कार्यक्रम थे। जिसको देखते हुए पुलिस ने तीनों ही जगह सुरक्षा के कड़े इंताजम किए। लेकिन अध्यापक और एनएचएम के कर्मचारियों ने तीनों ही जगह पहले से ही प्लानिंग बनाकर रखी थी और सुबह से जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया।
जहां से भी गुजरा सीएम का काफिला..वहां हुआ विरोध
इतना ही नहीं जिस जगह से मुख्यमंत्री का कफिला निकलाना था उन रास्तों पर भी बेरोजगारों ने सीएम को काले झंडे दिखाते हुए विरोध जताया। कर्मचारी संगठन के लोग सुबह 11 बजे से ही बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर बैठ गए थे। उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाइवे तक जाम कर दिया। आलम यह हो गया कि पुलिस को ट्रैफिक डाइवर्ट करना पड़ा। पुलिस की काफी मनाने के बाद भी वह रास्तों से हटने को तैयार नहीं थे।