उत्तराखंड के कोटद्वार में 10 साल की बच्ची की रेप और फिर हत्या के बाद जबर्दस्त बवाल की खबर है। घटना मंगलवार की है। बच्ची घर से सामान लेने गई थी, तभी अचानक गायब हो गई थी।
कोटद्वार. उत्तराखंड के कोटद्वार में 5th क्लास में पढ़ने वाली 10 साल की बच्ची के रेप और फिर मर्डर के बाद बवाल मच गया। गुरुवार को जनआक्रोश को देखते हुए दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर लीं। मौके की नजाकत को समझते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। इससे पहले बुधवार को भी लोगों ने थाने का घेराव करके पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए थे।
पहले जानें मामला...
बस्ती निवासी बच्ची सोमवार शाम अपने घर से कुछ सामान लेने दुकान गई थी। तभी से वो लापता हो गई थी। परिजनों ने उसे सब जगह ढूंढ़ा। जब देर रात तक वो घर नहीं लौटी, तब बच्ची के पिता ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अगले दिन पुलिस को झाड़ियों में बच्ची का टुकड़ों में शव मिला था। उसकी रेप के बाद हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को अरेस्ट किया है। ये बच्ची के साथ देखे गए थे, जो CCTV कैमरे में कैप्चर हो गए थे। दोनों आरोपी नेपाली हैं। एएसपी प्रदीप राय ने बताया कि ट्रेनी डीएसपी पल्लवी त्यागी और कोतवाल मनोज रतूड़ी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। पुलिस ने झूलाबस्ती निवासी अशोक पुत्र सूरत सिंह और प्रजापति नगर निवासी पदम पुत्र कालू सिंह को अरेस्ट किया। दोनों ने कबूला की वे बच्ची को खिलौना दिलाने के बहाने ले गए थे। इसके बाद उन्होंने रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में बच्ची से रेप किया और फिर मार डाला।
CCTV फुटेज ने खोला राज
पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी बेहद शातिर हैं। जब पुलिस बच्ची को ढूंढ रही थी, तब वे दोनों भी मदद करने के बहाने घूम रहे थे। लेकिन जब कुछ लोगों ने बताया कि बच्ची इन्हीं दोनों के साथ देखी गई थी, तब पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए उठाया। फिर वहां लगे CCTV कैमरे खंगाले तो दोनों बच्ची के साथ दिखाई दे गए। बुधवार को बच्ची की लाश मिलने के बाद परिजनों ने कोतवाली के बाहर जमकर हंगामा किया। गुरुवार को झंडा चौक पर लोगों ने चक्का जाम कर दिया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में नशे का धंधा चल रहा है। नशेड़ी लोग क्राइम को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।