
संगरूर, पंजाब. एक परिवार के लिए यहां मंगलवार 'अमंगलकारी' साबित हुआ। अपने खस्ताहाल घर के नीचे जैसे-तैसे जिंदगी गुजार रहे एक परिवार के सिर पर मौत बनकर छत टपक पड़ी। हादसे में उनके 2 मासूम बच्चों की मौत हो गई। वहीं 5 लोग घायल हो गए। मकान गिरने की आवाज सुनकर पड़ोसी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने जैसे-तैसे मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला। लेकिन मासूम बच्चे छत का बोझ नहीं झेल सके और हमेशा के लिए दुनिया से चले गए। बाकी घायलों को फौरन हॉस्पिटल ले जाया गया। सभी गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना मंगलवार सुबह 5 बजे हुई। हादसे के वक्त पूरा परिवार छत के नीचे गहरी नींद में था। अचानक भरभराकर छत टपक गई। यानी किसी के लिए बचने का कोई मौका ही नहीं था। बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन इससे पहले पड़ोसियों ने घायलों को मलबे से बाहर निकाल लिया था।
पुलिस के मुताबिक, मुंशीराम अपनी पत्नी शीला देवी और दो बच्चों रिंकू और खुशी के साथ कस्बा मूनक की बाजीगर बस्ती में रहते हैं। हादसे में रिंकू और खुशी की मौत हो गई। वहीं पति-पत्नी घायल हो गए। उन्हें मलबे से निकालने मदद को पहुंचे रांझा राम और पंचायत सदस्य कालाराम भी घायल हो गए। सभी को बेहतर इलाज के लिए पटियाला रेफर किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, मकान की छत जर्जर हो चुकी थी। लेकिन परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि वो छत की मरम्मत करा सके।
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