इस घटना ने पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी है। जहां एक महिला की डिलीवरी अस्पताल के बाथरूम में खड़े-खड़े हुई। फिर अचानक नवजात टॉयलेट के सीट में गिर गया जहां उसकी मौत हो गई।
होशियारपुर (पंजाब). आए-दिन डॉक्टरों की लापरवाही के मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन इस बार एक ऐसी घटना सामने आई जिसने पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी। जहां एक महिला की डिलीवरी अस्पताल के बाथरूम में खड़े-खड़े हुई। फिर अचानक नवजात टॉयलेट के सीट में गिर गया जहां उसकी मौत हो गई।
डिलीवरी वाले दिन मैं ड्यूटी पर नहीं थी: लेडी डॉक्टर
दरअसल, ये मामला पंजाब के होशियारपुर के एक सिविल अस्पताल का है। महिला के पति ने इस घटनाक्रम के पीछे हॉस्पिटल की लेडी डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं डॉक्टर ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना कि जिस दिन यह घटना हुई मैं उस दिन छुट्टी पर थी।
पति ने कहा- मुझसे कोरे कागज पर लगवा लिया अंगूठा
जिले के रहने वाले अशवनी कुमार ने बताया कि मेरी गर्भवती पत्नी प्रवीण कुमारी का इलाज डॉक्टर सवीता राणा की देख-रेख में चल रहा था। इसलिए में पत्नी को 18 अक्टूबर को अस्पताल लेकर आया था। जहां बाथरूम में यह दर्दनाक हादसा हो गया। डॉक्टरों ने मुझसे कोरे कागज पर अंगूठे लगवा लिया और बच्चे की खून की कमी के चलते मौत को बता दिया।
पति बोला- कमोड में फंस गया था मेरा बच्चा
पति ने अस्पताल और लेडी डॉक्टर सवीता पर आरोप लगाते हुआ कहा कि 17 अक्टूबर की रात को पत्नी लेबर में दर्द हुआ था। मैंने डॉक्टर ने उसको लेबर रूम में भर्ती करने को कहा। लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी और दर्द बढ़ता ही चला गया। फिर दूसरे दिन सबुह सिर्फ एक गोली दे दी। कुछ देर बाद पत्नी जब टॉयलेट के लिए गई तो मेरा बच्चा गिरकर कमोड में फंस गया।