पंजाब विधानसभा चुनाव में 93 महिला उम्मीदवारों में 13 ने जीत हासिल की, जिनमें से 11 आम आदमी पार्टी से हैं। इनमें से कई तो ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और बड़े-बड़े दिग्गजों को हार का मजा चखाया।
चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा की 16वीं विधानसभा के लिए जीतने वाली 13 महिला, 11 आप पार्टी की पंजाब विधानसभा के लिए इस बार 16 महिला विधायक चुनी गई है। इसमें एमबीबीएस, लॉ ग्रेजुएट और सोशल वर्कर शामिल है। उनके पास अपने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए कई योजनाएं है। वह राजनीति में बदलाव की उम्मीद के साथ आयी है। आइए आपको भी रूबरू कराते हैं, पंजाब की 13 नवनिर्वाचित महिला विधायकों से
जीवन ज्योत कौर: अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट
एक सामाजिक कार्यकर्ता, जीवन ज्योत कौर को पैड वुमन के नाम से भी जाना जाता है। वह 2015 में AAP पार्टी में कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रही है। वह अपने एनजीओ के माध्यम से वंचित तबके की महिलाओं के लिए काम करती है। उन्होंने पंजाब में अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को हराया है।
क्या बदलाव करना चाहती है: वंचित तबके की महिलाओं के स्वास्थ्य शिक्षा के लिए काम करना चाहती है। क्योंकि स्वस्थ महिला से ही स्वस्थ समाज बनता है।
Anmol Gagan Mann, 31AAP, Kharar
अनमोल एक पंजाबी गायक हैं ,जो मनसा जिले के रहने वाली हैं। अभी वह मोहाली में रह रही हैं। 12वीं कक्षा के बाद, उसने एमसीएम डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ में दाखिला तो लिया, लेकिन बाद में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। वह 2013 में, मिस मोहाली पंजाबन चुनी गई। किसानों आंदोलन के दौरान वह लगातार सक्रिय रही, इसके साथ ही अपने भाषणों से उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
क्या बदलाव चाहती है: "मैं खरड़ को मोहाली शहर के बराबर लाने की दिशा में काम करूंगा। यहां के बुनियादी सुविधाओं के साथ एक आदर्श शहर बनाऊंगा।"
Narinder Kaur Bharaj, 27
AAP, Sangrur
Education: Law graduate
संगरूर जिले के भारज गांव की रहने वाली नरिंदर कौर की कुल अचल संपत्ति मात्र 24000 हजार रुपए है। वह अपना खर्च चलाने के लिए ट्यूशन देती है। 19 साल की उम्र से वह सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रही है। दस साल से वह राजनीति में सक्रिय है। इस दौरान वह लगातार वंचित महिलाओं के लिए काम करती रही है। गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाती है। वह कहती है, समस्याएं इतनी बड़ी नहीं है, लेकिन राजनेता समस्याओं को उलझा देते हैं। इसे दूर करने के लिए वह राजनीति में आयी है।
योजनाएं: “मेरा उद्देश्य संगरूर के लोगों के लिए काम करना है। मुख्य फोकस बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली, रोजगार पैदा करने और नशीली दवाओं की समस्या को दूर करने की आेर होगा।”
Neena Mittal, 47
AAP, Rajpura
Education: Graduate
2019 के लोकसभा चुनाव में सक्रिय राजनीति में आने से पहले नीना मित्तल एक व्यवसायी महिला है। उनके परिवार के पास राजपुरा और उसके आसपास के पेट्रोल पंप और घरेलू गैस एजेंसियों का कारोबार है। उन्होंने बताया कि नशे की समस्या से उन्हें परेशान कर रखा है। वह चाहती है कि यह समस्या दूर हो। इसके लिए वह राजनीति में आयी है। ताकि विधानसभा में यह मामला उठा कर इसके निजाज की दिशा में उचित कदम उठाया जा सके।
योजनाएं: “राजपुरा में उद्योगों के विकास के लिए लगातार काम करना है। रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है। युवाओं में नशे की समस्या को पूरी तरह से खत्म करना है।
Amandeep Kaur Arora, 39
AAP, Moga
Education: MBBS
अमनदीप 2015 से डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस कर रही है। उनके पिता सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी हैं। उनके तीन भाई-बहन डॉक्टर हैं। पति राकेश अरोड़ा सरकारी डॉक्टर हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने इलाके में बदलाव चाहती है। इसलिए डॉक्टर का काम छोड़ कर फुल टाइम राजनीति करने के उद्देश्य सियासी गतिविधियों में शामिल हुई है। अपने इलाके की बेहतरी के लिए काम करना है। आम आदमी पार्टी के काम करने के तरीके और बदलाव की बात से प्रेरित होकर ही मैंने राजनीति में आने का निर्णय लिया है।
योजनाएं: " मोगा शहर को एक स्वच्छ और सुंदर शहर बनाना, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए साथ साथ सरकारी अस्पताल में आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिले, इसके लिए काम करने की योजना है।"
Baljit Kaur, 46
AAP, Malout
Education: Master of surgery in ophthalmology
दो बच्चों की मां बलजीत कौर , आई सर्जन हैं। उनके पिता प्रोफेसर साधु सिंह 2014 से 2019 तक फरीदकोट से आप सांसद रहे। कौर के पति दलजीत सिंह पीएसपीसीएल में एक्सईएन के पद पर कार्यरत है। उन्होंने कहा “मैंने कभी राजनीति में शामिल होने के बारे में नहीं सोचा था ,लेकिन आप सभी ने मुझे इसके लिए प्रेरित किया। इस वजह से सक्रिय राजनीति में आने का निर्णय लिया। ”
योजनाएं: “शहर के प्राथमिक स्कूल को लड़कियों के लिए सीनियर सेकेंडरी में अपग्रेड करना मेरी प्राथमिकता है। सरकारी अस्पताल पर ध्यान देने की जरूरत है। वहां सभी तरह के टेस्ट की सुविधा होनी चाहिए।
Baljinder Kaur, 37
AAP, Talwandi Sabo
Education: MPhil in English
वह दूसरी बार विधायक चुनी गई है। वह आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष है। बलजिंदर पहले फतेहगढ़ साहिब के एक निजी कॉलेज में पढ़ा रही थी । "मुझे हमेशा भ्रष्टाचार से नफरत रही है। मैं इसे जड़ से मिटाना चाहती हूं। आप के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की सोच ने मुझे प्रभावित किया। इस तरह से मैंने राजनीति में आने का निर्णय लिया था।"
योजनाएं: “ प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री और अपराधियों से निपटना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
Saravjit Kaur Manuke, 49
AAP, Jagraon Reserved
Qualification: MA Economics, M.Com
अर्थशास्त्र की लेक्चरर और सामाजिक कार्यकर्ता, सर्बजीत कौर ने जगराओं सीट से दूसरी बार जीत हासिल की है है। वह शिक्षक परिवार से आती है। वह पंजाब विधानसभा की प्रश्न और संदर्भ समिति की सदस्य रहीं। वर्तमान में, वह पंजाब विधानसभा में विपक्ष की उप नेता के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रही थी। उन्होंने कहा “मैं हमेशा से शिक्षित लोगों को राजनीति में शामिल होते देखना चाहती हूं। मैं पहली बार 2011 में अन्ना हजारे आंदोलन से प्रेरित हुई थी। जिसके बाद मैं आप में शामिल हो गया और पार्टी के लिए काम करना शुरू कर दिया।
योजनाएं: “मेरे पास अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास की योजना है। जल स्तर नीचे जा रहा है और जल निकासी की भी गंभीर समस्या है। पेड़ लगातार कट रहे हैं, हरियाली गायब हो रही है। इसे बचाने की आवश्यकता है।"
Rajinder Pal Kaur, 56
AAP, Ludhiana South
Education: Graduate
फाइनेंस मैनेजर रही राजिंदर पाल कौर एक उद्योगपति परिवार से संबंध रखती है। उनके परिवार की लुधियाना में मशीन टूल्स बनाने की फैक्ट्री है। उन्हें 2017 में लुधियाना दक्षिण से AAP का टिकट देने की बात चली थी, लेकिन तब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। इस बार उन्होंने टिकट लेकर चुनाव लड़ा। उन्होंने बताया कि वह भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाना चाहती है। इस वजह से वह 2011 में अन्ना हजारे आंदोलन से काफी प्रभावित है। इस वजह से आप में शामिल होकर आप के लिए काम करना शुरू किया था।"
योजनाएं: “पंजाब पहले के भ्रष्ट शासन के कारण गंभीर संकट में है। मैं सड़कों और सीवरेज की समस्या को दूर करने की दिशा में काम करूंगी। गरीबों के उत्थान के लिए काम करने की भी योजना है।
Ganieve Kaur, 46
SAD, Majitha
Education: Graduation, diploma in fine and decorative arts
गुनीव कौर पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की पत्नी हैं। पहली बार राजनीति में आयी है। क्योंकि उनके पति बिक्रमजीत सिंह मजीठिया मजीठा हलके को छोड़ कर अमृतसर ईस्ट से चुनाव लड़ रहे थे। कार्यकर्ताओं के कहने पर उन्होंने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि वह “मैं संयोग से राजनीति में आई हूँ । मैंने इसके बारे में पहले कभी नहीं सोचा था। जब पार्टी ने मेरे पति को अमृतसर पूर्व से मैदान में उतारा, तो मुझे मजीठा में उनके स्थान पर चुनाव लड़ना पड़ा।
योजनाएं: महिला सशक्तिकरण के लिए भी काम करना चाहूंगी।”
Aruna Chaudhary, 64
Congress, Dina Nagar
Education: BA, B.Ed
वह चौथी बार दीना नगर से विधायक चुनी गई है। दीना नगर आरक्षित सीट है। उन्होंने बताया कि अपने ससुर की प्रेरणा से राजनीति में आयी है। उन्होंने बताया कि वह 2007 को छोड़ कर वह चार बार विधायक बन चुकी है।
योजनाएं: “चूंकि मेरा निर्वाचन क्षेत्र भारत-पाक सीमा के साथ आता है, इसलिए इसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मैंने यहां बुनियादी विकास के लिए कई परियोजनाएं चलाई है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।"
Inderjit Kaur Mann, 53
AAP, Nakodar Jalandhar
Education: Bachelor of arts
गांव की राजनीति करते करते इंद्रजीत कौर ने अपनी राजनीति पारी की शुरुआत की है। वह नकोदर के एक व्यवसायी परिवार से संबंध रखती है। 2002 से शिरोमणि अकाली दल से जुड़ी हुई थीं, तब उन्होंने ब्लॉक समिति चुनाव लड़ा था। बाद में, वह नकोदर निर्वाचन क्षेत्र में बीर पिंड की सरपंच चुनी गईं और 15 साल तक सरपंच रहीं। 2021 में, वह AAP में शामिल हो गईं। उन्होंने बातया कि "मुझे अपनी सास से प्रेरणा मिली, वह हमेशा गरीबों व वंचितों के हक में आवाज उठाती रही है "।
योजनाएं: "मैं बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अलावा, अपने निर्वाचन क्षेत्र में भ्रष्टाचार मुक्त और सुचारू शासन देने पर ध्यान केंद्रित करेगी"।
Santosh Kataria, 55
AAP, Balachaur
Education: Diploma in vocational training
बलाचौर सीट से पहली बार कोई महिला विधायक चुनी गई संतोष कटारिया ने 2002 में जिला परिषद के सदस्य के तौर पर चुनाव लड़ते हुए अपनी पारी की शुरुआत की थी। बाद में, उन्होंने बलाचौर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा और शिअद नेता नंद लाल से हार गईं। उनके ससुर, राम कृष्ण बलाचौर से दो बार विधायक रहे, जबकि वह ढाई साल पहले आप में शामिल हुई थीं। उन्होंने बताया कि वह " मैं एक गैर-राजनीतिक परिवार से थी, शादी के बाद मेरे ससुर ने मुझे राजनीति में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। वह हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाते रहे। "
योजना: “मेरी योजना अपने निर्वाचन क्षेत्र से ड्रग्स और अवैध शराब व्यापार को समाप्त करने की है। मैं कंडी क्षेत्र के विकास के लिए विशेष पैकेज की मांग करूंगा।