कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। जल्द ही पहली लिस्ट सामने आ सकती है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दो सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। जल्द ही पहली लिस्ट सामने आ सकती है। पंजाब विधानसभा चुनाव के संबंध में गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कांग्रेस सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की बैठक हुई थी। बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। चमकौर साहिब सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा में आने वाले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CharanJeet Singh Channi) दो सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने 70 से अधिक उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल कर ली है। इसमें बड़ी संख्या में वर्तमान विधायकों के नाम हैं। सीईसी की एक और राउंड की बैठक होगी। कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट शुक्रवार को जारी होने की संभावना है। कांग्रेस सीएम चन्नी को पंजाब के दो इलाकों से चुनाव लड़ाना चाहती है। पंजाब के माझा इलाके के चमकौर साहिब विधानसभा सीट के अलावा कांग्रेस मुख्यमंत्री चन्नी को अदामपुर विधानसभा सीट से भी उतारने पर विचार कर रही है। यह सीट दोआब क्षेत्र में है। इस इलाके में दलित वोट बैंक की बड़ी भूमिका है।
सूत्रों के अनुसार कई वर्तमान सांसदों के नाम भी विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी के रूप में तय किए जा सकते हैं। कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने कहा है कि अगर पार्टी चाहेगी तो वह विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। जसबीर सिंह ने कहा कि आगर पार्टी चाहेगी तो हम चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन इसका फैसला पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को करना है। अगर वह मुझसे चुनाव लड़ने के लिए कहेंगी तो मैं निश्चित रूप से चुनाव लड़ूंगा।
प्रताप सिंह बाजवा को मैदान में उतारने की चर्चा
कांग्रेस के एक अन्य सांसद ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हां, प्रताप सिंह बाजवा जैसे सांसदों को मैदान में उतारने की चर्चा है, जिनका कार्यकाल मार्च में राज्यसभा से खत्म हो रहा है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अपने मौजूदा सांसदों को क्यों मैदान में उतारना चाहती है, सांसद ने जवाब दिया कि इसका उद्देश्य लड़ाई को गंभीर बनाना और यह धारणा बनाना है कि पार्टी चुनाव जीतना चाहती है। सांसद ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का उदाहरण दिया, जहां एक दर्जन से अधिक मौजूदा सांसदों को मैदान में उतारा गया था।
14 फरवरी को होगा मतदान
बता दें कि हाल के वर्षों में कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी से चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के लिए पंजाब की लड़ाई अहम है। पार्टी यहां सत्ता बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। पंजाब में पार्टी नगर निगमों से लेकर विधानसभा तक मजबूत स्थिति में है। पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था। पार्टी को 77 सीटों पर जीत मिली थी। 20 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी। वहीं, शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ 15 और बीजेपी को तीन सीट पर जीत मिली थी। पंजाब में विधानसभा के 117 सीट हैं।
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