
अमृतसर. लंबे समय कैप्टन को जहाज को डुबोने पर तुले सिद्धू आखिरकार अब शांत हो गए और सीनियर नेताओं ने उनको पार्टी अध्यक्ष पद के लिए रजामंद करके अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले का तूफान टाल दिया है। कैप्टन और सिद्धू की इस राजनीतिक लड़ाई में 'आप' पार्टी हाथ मलते रह गई। बता दें कि कुछ दिनों पहले जब सीएम केजरीवाल ने सिद्धू की तारीफ की थी तो अटकलें लगने लगी थी कीं गरू आप का दामन थाम सकते हैं।
सिद्धू-कैप्टन का शीतयुद्ध होगा खत्म
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह सड़क पर है। पार्टी के आलाकामन ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहे मतभेद और शीतयुद्ध को खत्म करने का रास्ता तलाश लिया है। कांग्रेस पार्टी से नारज चल रहे सिद्धू को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। यह बयान प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने दिया है। कुछ महीने बाद पंजाब में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू की बगावत कांग्रेस के लिए खतरा बन सकती है। इसलिए तो तमाम बैठकों के बाद उन्हें कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सहमति बनी है। पिछले कुछ दिन से दोनों दिल्ली में हाई कमान के सामने पेश भी हो चुके हैं।
एक दिन पहले आलकमान ने की थी बैठक
बता दें कि बुधवार को पंजाब में कांग्रेस पार्टी आलकमान ने बुधवार को मीटिंग रखी थी। जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर चर्चा की थी। जिसके बाद यह फैसला किया गया। वहीं हरीश रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जल्द ही पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी।
'ठोको ताली..छा गए गरु'
पंजाब में कांग्रेस के सीनियर नेता सिद्धू को राजनीति के साथ-साथ कॉमेडी में भी किंग कहा जाता है। 'द कपिल शर्मा शो' में उनका ठोको ताली वाला डॉयलाग जमकर हिट हुआ था। वह शो में गरू के नाम से फेमश थे। सिद्धू ने साल 2019 तक शो की जज की कुर्सी संभाली थी। हालांकि पुलवामा अटैक पर दिए एक विवादित बयान के बाद सिद्धू पाजी को शो से निकाला गया था।
'सिद्धू बार बार दल बदलने से अच्छा है अपनी पार्टी ही बना लें'
बुधवार को हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने नवजोत सिंह सिद्धू पर तंज कसते हुए कहा था कि पार्टी बदल दलों को बर्बाद न करें बल्कि अपनी एक पार्टी ही बना लें। हालांकि, विज ने यह भी कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का यह निजी मसला है कि वह कौन सी पार्टी ज्वाइन करते हैं। लेकिन मेरा सलाह है कितेजी से दल बदल कर पार्टी या खुद को बर्बाद न करें, बेहतर है कि एक अलग पार्टी ही बना लें।
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