बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने काफी दबाव बनाने के बाद भी उनके समर्थक कई विधायक और पार्टी नेता सिद्धू के घर पर पहुंचे। इतना ही नहीं कैप्टन सरकार के तीन कैबिनेट मंत्री भी सिद्धू शक्ति प्रदर्शन का हिस्सा बने।
अमृतसर. पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद बुधवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया किया। वह पार्टी के विधायकों के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने के लिए पहुंचे। उनके साथ बड़ी संख्या में मंत्रियों और विधायकों का जमावड़ा देखने को मिला। इस दौरान ना तो किसी के चेहरे पर कोई मास्क दिखा और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।
मंत्रियों-विधायकों को सिद्धू ने चाय-नाश्ते पर बुलाया
दरअसल, सिद्धू और सीएम अमरिंदर सिंह के बीच कलह जारी है। इसिलए सिद्धू कांग्रेस पार्टी के सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं का समर्थन लेने के लिए के लिए जुटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनकी पार्टी के 62 विधायक उनके साथ हैं जो कि आज सिद्धू के आवास पर चाय नास्ते पर आए हुए थे। इसके बाद वह सभी विधायकों के साथ स्वर्ण मंदिर दरबार साहिब में शीश नवाने के लिए पहुंचे।
सीएम का साथ छोड़ सिद्धू का साथ देने पहुंचे विधायक
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने काफी दबाव बनाने के बाद भी उनके समर्थक कई विधायक और पार्टी नेता सिद्धू के घर पर पहुंचे। इतना ही नहीं कैप्टन सरकार के तीन कैबिनेट मंत्री भी सिद्धू शक्ति प्रदर्शन का हिस्सा बने।
सिद्धू के माफी मांगने तक गुरु से मुलाकात नहीं करेंगे कैप्टन
नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का कप्तान बना दिया गया, लेकिन पार्टी के हाईकमान के इस फैसले से सीएम कैप्टन खुश नहीं हैं। चार दिन होने के बाद भी सिद्धू और कैप्टन की अभी तक कोई मुलाकत नहीं हुई है। सीएम अमरिंदर सिंह का कहना है कि जब तक सिद्धू सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगते, में उनको माफ नहीं करूंगा और ना ही कोई मुलाकत करूंगा। क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कई तरह की अपमानजक टिप्पणियां जो की हैं। सिद्धू ने मुझ पर और राज्य की सरकार पर जिस तरह बिना आधार के आरोप लगाए हैं।