
चंढ़ीगढ़. पंजाब में साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री पद रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह चुनाव से 5 महीने पहले इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शनिवार शाम 4 बजे राज्यपाल से मुलाकात पूरे मंत्रिमंडल समेत रिजाइन कर दिया। अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है कि कहीं कैप्टन कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन तो नहीं थमने वाले हैं। या फिर राजनीति से संन्यास ले सकते हैं। इन सब बातों का जबाव देते हुए अमरिंदर ने खुद बताया क्या होगा उऩका अगला कदम...
बताया क्या होगा अगला कदम
दरअसल, कैप्टन ने आजतक से बात करते हुए कहा कि, मैं फिलहाल यह नहीं कह सकता हूं कि मैं कांग्रेस में रहूंगा या नहीं। फ्यूचर पॉलिटिक्स में क्या होगा इसके बारे में अभी से कुछ नहीं कह सकता हूं। हां लेकिन सबके पास एक विकल्प होता है मेरे पास भी है।जब मुझे मौका मिलेगा मैं उसका इस्तेमाल करूंगा। अपने पुराने साथियों से बात करुंगा उसके बाद ही आगे के कदम का कोई अहम फैसला लूंगा।
राजीव गांधी की दोस्ती पर यह बोले कैप्टन
कैप्टन ने गांधी परिवार के कीरबी होने वाले सवाल पर कहा कि हां राजीब गांधी मेरे अच्छे दोस्त थे। में उनको बपचन से जानता था। इतना ही नहीं सोनिया गांधी और उनके बच्चों को भी बचपन से ही जानता हूं। उन्होंने मुझे काभी रिस्पेक्ट दी है। मैं 52 साल की राजनीति में हूं तभी से पंजाब की जनता की सेवा कर रहा हूं। गांधी परिवार के अलावा भी मेरे राजनीतिक जीवन और भी कई लोग दोस्त हैं जिनसे बात करके ही सोचूंगा की मुझे आगे क्या करना चाहिए।
जो मेरा मैनिफेस्टो था उसे मैंने 92% पूरा किया
कैप्टन के काम को लेकर कहा कि मैं 9 साल से ज्यादा पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हूं। मैंने जो भी वादे प्रदेश की जनता से पूरे किए थे, वह करीब 90 प्रतिशत तक पूरे कर दिए हैं। जो भी मेरे मैनिफेस्टो था उसे मैंने 92% पूरा किया। इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे काम थे जिन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए किया गया है।
सिद्धू सीएम के तौर पर नहीं कबूल
इतना ही पत्रकर ने जब कैप्टन से पूछा कि अगर कांग्रेस हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाती है तो क्या आप उनको स्वीकार करेंगे। इस पर कैप्टन ने कहा- जो व्यक्ति एक मंत्रालय तक ठीक से नहीं चला पाया, वह लगता है सरकार चला पाएगा।
मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं...
इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा-पिछले कुछ महीनों मे तीसरी बार ये हो रहा है कि विधायकों को दिल्ली में बुलाया गया। मैं समझता हूं कि अगर मेरे ऊपर कोई संदेह है, मैं सरकार चला नहीं सका, जिस तरीके से बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।
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