अपना हक मांगने फैक्ट्री गए थे मजदूर, बदले में मिलीं पुलिस की लाठियां, इस तरह हाथ-पैर तुड़वाकर लौटे

पैर तुड़वाए लेटा यह मजदूर वेतन नहीं मिलने से परेशान था। जब वो फैक्ट्री में अपना हक मांगने पहुंचा, तो मालिक ने पुलिस को बुलवा लिया। मजदूरों का हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इससे यह घायल हो गया। बताया जाता है कि पुलिस के लाठीचार्ज से करीब 15 मजदूर घायल हुए हैं। उल्लेखनीय है कि मोदी ने भी मजदूरों का वेतन नहीं काटने की अपील की थी। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 14, 2020 6:28 AM IST

 

संगरूर, पंजाब. यह तस्वीर मालेरकोटला की है। यह मजदूर किसी एक्सीडेंट में घायल नहीं हुआ। बल्कि पुलिस की लाठी से अपना पैर तुड़वाकर लेटा है। यह मजदूर वेतन नहीं मिलने से परेशान था। जब वो फैक्ट्री में अपना हक मांगने पहुंचा, तो मालिक ने पुलिस को बुलवा लिया। मजदूरों का हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इससे यह घायल हो गया। उल्लेखनीय है कि मोदी ने भी मजदूरों का वेतन नहीं काटने की अपील की थी। घटना मंगलवार की है।

मालिक ने नहीं दिया था पूरा वेतन...
जानकारी के मुताबिक, मजदूर स्पिनिंग मिल में काम करते थे। लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद होने पर मालिक ने मजदूरों को निकाल दिया। वहीं, उन्हें पूरा वेतन नहीं दे रहा था। इसके बाद बड़ी संख्या में मजदूर फैक्ट्री पहुंचे। उनके साथ मजदूरों के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी थे। संगठनों ने मिल मालिक से बात की, लेकिन मामला नहीं सुलझा। इससे नाराज मजदूरों ने हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूरों को भगाने लाठीचार्ज कर दिया। इससे 15 मजदूर घायल हो गए। एसडीएम विक्रमजीत सिंह पांथे ने माना कि पुलिस के लाठीचार्ज से कुछ मजदूर घायल हुए हैं। उनका उपचार कराया जा रहा है। वहीं, मिल मालिक से भी समस्या का समाधान कराने की पहल की गई है।

संगठन सदस्य रूपिंदर सिंह चौंदा ने आरोप लगाया कि मजदूरों का उपचार कराके पुलिस उन्हें दुबारा मिल के अंदर छोड़ आई। मालिक उन्हें बाहर नहीं निकलने दे रहा था। संगठनों  ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग की।

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