मानसा जिले के रहने वाले युवक सुरेंद्र की दोनों किडनी फेल हो चुकी थी। एक माह पहले किडनी और लिवर फेल्योर से हुई है पिता की मौत। बड़ी बहन ने किडनी ट्रांसप्लांट कर दिया जीवनदान।
मानसा: भाई-बहन के प्यार का पर्व, रक्षाबंधन जल्द ही आने वाला है। वैसे तो रिवाज है कि भाई इस दिन, अपनी बहनों को इस दिन उपहार देते हैं। लेकिन पंजाब से एक ऐसी घटना सामने आई है जहां एक बहन ने, इस पर्व से 10 दिन पहले ही अपने भाई को उपहार दे दिया। उपहार भी कोई ऐसा वैसा नहीं बल्कि जीवन दान का। पंजाब के मानसा जिले के रहने वाले एक युवक की दोनों किडनियां फेल हो गई, जिसे हरियाणा के डबवाली में ब्याही उसकी बहन ने अपनी किडनी देकर बचाया है। महिला का कहना है कि, वह अपने पिता को इसी बीमारी के चलते खो चुकी है और अब अपने भाई को खोना नहीं चाहती। वह अपने ससुराल वालों का भी धन्यवाद करती है, जिन्होंने भाई-बहन के रिश्ते को समझा और उसका किडनी देने के फैसले मे साथ दिया।
युवक सुरेंद्र पंजाब के मानसा जिले का रहने वाला है। उसकी दोनों किडनीयां फेल हो गई। वह हफ्ते में दो बार डायलिसिस करवाने लगा। लेकिन किडनी ट्रांसप्लांट की नौबत आ गई। यहां भी एक समस्या थी कि मां हैपेटाइटिस और बेटा भी किडनी रोग से पीड़ित है। पत्नी की किडनी मैच नहीं हुई। ऐसे में बहन अपने भाई की मदद के लिए आगे आई। 8 साल कि बेटी और चार साल के बेटे की मां होने के बावजूद, 32 साल की बहन राजविंदर कौर ने अपने छोटे भाई की जिंदगी बचाने के लिए अपनी किडनी दी।
ससुराल वालों ने दिया साथ
हरियाणा के सिरसा जिले में ब्याही राजविंदर कौर के ससुराल वालों ने उसके इस फैसले में पूरा सहयोग दिया। पति भूपिंदर सिंह ने शपथपत्र दिया कि उसे कोई आपत्ति नहीं है। वहीं ससुर हरदयाल सिंह ने कहा कि, उन्हें अपनी बहु पर गर्व है।
उसने भाई बहन के रिश्ते की ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है।