ब्लैक डायरी: वह पहली बार था जब मैंने किसी लड़के को छुआ और मुझे एहसास हुआ कि मैं गे हूं

एक ही लिंग में रिश्ता बनाना आजकल बहुत सामान्य हो गया है। LGBTQ एक्ट लागू होने के बाद कई सारे गे और लेस्बियन कपल खुलकर सामने आए हैं। आज उन्हीं में से एक की स्टोरी हम आपको बताते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Aug 28, 2022 5:21 AM IST

ब्लैक डायरी: आज भी हमारे देश में समलैंगिक रिश्ते को ओछी नजरों से देखा जाता है। भले ही कानून ने एलजीबीटीक्यू एक्ट (LGBTQ) लागू कर दिया है। जिसके तहत एक ही लिंग में रिश्ता बनाना कानूनन अपराध नहीं है। लेकिन फिर जो लोग समलैंगिक रिलेशनशिप में होते हैं, उन्हें बड़े अजीब तरीके से देखा जाता है। आज हम आपको ब्लैक डायरी में ऐसे ही एक लड़के की कहानी बताने वाले हैं, जिसे स्कूल के दिनों में एहसास हुआ कि वह एक गे है और जब उसने पहली बार किसी लड़की को छुआ तो उसे कैसा फील हुआ...

मेरा नाम राहुल (परिवर्तित नाम) है। मैं 20 साल का हूं। जब मैं दसवीं कक्षा में था तो मुझे एहसास हुआ कि मेरा आकर्षण लड़कियों की तरफ नहीं बल्कि मुझे लड़कों से बातें करना उनके साथ समय बिताना अच्छा लगता था। जब मेरे दोस्त अपने क्रश की बात करते तो मुझे उसमें कोई इंटरेस्ट नहीं आता। मेरे दोस्तों में एक शशांक (परिवर्तक नाम) नाम का एक लड़का था, जो दिखने में बहुत ही क्यूट था। मुझे उसके साथ रहना, घूमना फिरना, सुट्टे मारना बहुत पसंद था। पहले मुझे लगा कि वह मेरा अच्छा दोस्त है, इसलिए मैं उसके प्रति आकर्षित हो रहा हूं। लेकिन एक बार जब स्कूल ब्रेक में हम दोनों टॉयलेट गए और मैंने उसके प्राइवेट पार्ट को देखा और उसे देखकर मेरे मन में कुछ हुआ। मैं उस समय नहीं समझ पाया कि यह क्या था।

एक बार जब मैं शशांक के घर कुछ नोट्स लेने के लिए गया तो शशांक बाथरूम से नहाकर निकला था और उसने सिर्फ टॉवल लपेटी हुई थी। मैं उसके पास गया और उसके चेस्ट को हाथ लगाया। उसने भी ऐसा करने से मुझे रोका नहीं और हम दोनों एक दूसरे में खो गए। तब मुझे एहसास हुआ कि मैं एक गे हूं।  हालांकि, हमने कभी किसी को यह नहीं बताया कि हम रिलेशनशिप में है। ऐसे ही हमारा स्कूल निकल गया, हमने कॉलेज में एडमिशन भी साथ लिया। इस दौरान हमने अपने रिश्ते को छुपा कर रखा।

आज हम दोनों की उम्र 20 साल हो गई हैं और लगभग 5 साल से हम रिश्ते में है। लेकिन हमें आज भी डर लगता है कि किसी को हमारे बारे में पता ना चल जाए, नहीं तो लोग हमें साथ नहीं रहने देंगे, क्योंकि मैं एक छोटे से शहर से आता हूं और जहां गे रिलेशनशिप को कोई स्वीकार नहीं करता है। ऐसे में मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कैसे अपने घरवालों को यह बताओ कि मैं गे हूं।

एक्सपर्ट्स की राय
किसी की भी तरफ आकर्षित होना एक बहुत ही सामान्य चीज है। जरूरी नहीं कि आप अपॉजिट सेक्स की तरफ ही आकर्षित हो कई बार आप अपने सेक्स में भी आकर्षित हो सकते हैं। जिसे हम समलैंगिक रिलेशनशिप कहते हैं। अगर आप इस तरीके के किसी रिलेशनशिप में है तो पहले आप अपने रिश्ते को समझने की कोशिश करें। फिर अपने घरवालों को यह बात समझाने की कोशिश करें कि आप दूसरे बच्चों से अलग नहीं है बल्कि आपका आकर्षण सामान लिंग की तरफ है। आपके मां-बाप भी आपकी बात को समझेंगे और आपके रिश्ते को स्वीकार करेंगे।

ब्लैक डायरी एशियानेट हिंदी की एक ऐसी सीरीज है जिसके जरिए हम उन रिश्तों के राज आपको बताते हैं, जो कहीं बंद दरवाजों के पीछे छिपे होते हैं। हालांकि इस सीरीज में हम लोगों के नाम उजागर नहीं करते हैं। उसकी जगह हम परिवर्तन नामों का प्रयोग करते हैं।

 

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