क्या पार्टनर पर करते हैं बेवजह शक, ऐसे बचें इससे

बहुत से कपल्स की ये आदत होती है कि वे बेवजह एक-दूसरे पर शक करते हैं। इससे रिश्ते में दरार आने की संभावना होती है। इससे बचना चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Sep 9, 2019 9:14 AM IST

लाइफस्टाइल डेस्क। बहुत से कपल्स ऐसे होते हैं जो बिना किसी वजह के भी एक-दूसरे पर शक करते हैं। इससे उनके रिश्ते खराब होने लगते हैं। शक होने का कोई वाजिब कारण होना चाहिए। हर समय संदेह करने और इसे लेकर आपस में तकरार करने से रिश्ते में खटास आ जाती है। इससे आपका पार्टनर दुखी रहने लगता है। उसके उत्साह में कमी आ जाती है। किसी भी रिश्ते की बुनियाद आपसी भरोसे पर टिकी होती है। इस भरोसे को खत्म नहीं होने देना चाहिए। जानें शक-शुबहे से बचने के लिए क्या करें।

1. अंदाज मत लगाएं
कई बार लोग अंदाज लगाने लगते हैं कि उसका पार्टनर क्या गलत कर रहा है। वे सोचने लगते हैं कि कहीं उसका किसी दूसरे से अफेयर तो नहीं शूरू हो गया है। बिना किसी ठोस जानकारी के वे इसके बारे में अक्सर इशारों में पूछने भी लगते हैं और कई बार तो साफ-साफ कह देते हैं। अगर पार्टनर अपनी जगह पर सही है तो इससे उसे बहुत तकलीफ होती है और रिश्ते में कड़वाहट घुलने लगती है। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।

2. गोपनीय तरीके से पता लगाना
कुछ लोग गोपनीय तरीके से अपने पार्टनर पर नजर रखते हैं। कई तो दूसरों से इसके बारे में पूछते भी हैं। पार्टनर के फोन में ताक-झांक करते हैं, उसकी डायरी पढ़ने की कोशिश करते हैं। अगर वह किसी से फोन पर बात करने में मशगूल हो तो छुप कर उसकी बातें सुनना चाहते हैं। इससे पार्टनर का भरोसा खत्म होने लगता है। रिलेशनशिप के लिए ये बातें अच्छी नहीं हैं।

3. हर इंसान एक जैसा नहीं होता
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों के बारे में कुछ गलत सुन कर यह सोचते हैं कि कहीं उनका पार्टनर भी ऐसा ही न हो। दुनिया में हर तरह के लोग हैं। बहुत से पार्टनर एक-दूसरे को धोखा देते हैं, उन्हें ब्लैकमेल तक करते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि आपका पार्टनर भी ऐसा ही करेगा। अगर आप दूसरों की बातें सुन कर परेशान हैं, तो अपने पार्टनर की ईमानदारी पर शक न करें। इससे रिश्ता बिगड़ जाएगा।

4. आपस में बातचीत जरूरी
अगर आपको अपने पार्टनर पर किसी तरह का शक है तो इसके बारे में उससे खुल कर बात करें। अगर आपका पार्टनर गलत होगा तो उसकी बातों से आपको इसका अंदाज मिल जाएगा। किसी की बातचीत से उसके झूठ को पकड़ा जा सकता है। सच में एक साफगोई होती है और सच बोलते हुए इंसान आत्मविश्वास से भरा होता है। वहीं, झूठ बोलने वाला घबराया हुआ होता है।   

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