क्या पार्टनर से आपकी हमेशा होती है लड़ाई, इन 5 तरीकों से पाएं इस पर काबू

प्यार के रिश्ते में पार्टनर्स के बीच वाद-विवाद या लड़ाई होना कोई बड़ी बात नहीं। साइकोलॉजिस्ट्स और रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि लड़ाई-झगड़ा होना हेल्दी रिलेशनशिप की पहचान है। लेकिन जब ये हद से ज्यादा होने लगे तो पार्टनर्स के बीच ब्रेकअप भी हो सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 10, 2019 10:07 AM IST / Updated: Dec 10 2019, 03:43 PM IST

रिलेशनशिप डेस्क। प्यार के रिश्ते में पार्टनर्स के बीच वाद-विवाद या लड़ाई होना कोई बड़ी बात नहीं। साइकोलॉजिस्ट्स और रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि लड़ाई-झगड़ा होना हेल्दी रिलेशनशिप की पहचान है। लेकिन जब ये हद से ज्यादा होने लगे तो पार्टनर्स के बीच ब्रेकअप भी हो सकता है। कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी नाक पर ही गुस्सा होता है। कई बार पता नहीं चलता कि पार्टनर को किस बात पर गुस्सा आ जाएगा। अक्सर लड़कियां गुस्सा आने की वजह भी नहीं बतातीं और रिलेशनशिप में एक ठहराव आ जाता है। वहीं, लड़के भी किसी बात पर गुस्से में आ जाते हैं और कई ऐसी बातें कह देते हैं जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है। इस वजह से कई बार ज्यादा ही नुकसान होता है। पार्टनर्स के बीच तनाव का असर उनके फिजिकल-मेंटल हेल्थ के साथ ही प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ता है। आप सही ढंग से अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं। जानें गुस्से पर काबू पाने कुछ टिप्स।

1. गुस्सा आने पर चुप रहें
अगर पार्टनर की किसी बात पर या उसके किसी काम से आपको गुस्सा आता है तो कुछ देर के लिए चुप हो जाएं। वैसे, यह इतना आसान नहीं है। गुस्से में इंसान होश खो बैठता है। लेकिन कोशिश कर के देखें। जब भी आपको लगे कि गुस्सा आ रहा है, आप एक गहरी सांस खींचें और चुप हो जाएं। कुछ समय के बाद आपको लगेगा कि आपने कुछ नहीं बोल कर अच्छा किया। 

2. चिल्ला कर बात नहीं करें
पार्टनर की कोई बात पसंद नहीं आए या पार्टनर आपसे सही तरीके से पेश नहीं आता हो तो आप चीख-चिल्ला कर अपनी बात नहीं कहें। आप मन को शांत रखें। अगर बात करनी हो तो धीमी आवाज में बोलें और जो बात आपको नापसंद हो, वह बता दें। इससे पार्टनर पर पॉजिटिव असर पड़ेगा।

3. अपनी भावनाएं व्यक्त करें
आपसी वाद-विवाद या लड़ाई के दौरान आप चुप रह कर मामले को टाल तो देते हैं, लेकिन बाद में सही मौके पर बहुत ही शांति के साथ अपनी भावनाएं पार्टनर के सामने व्यक्त कर दें। अगर आप कोई बात मन में रखेंगे तो वह एक गांठ का रूप ले लेगी। वहीं, अगर आप अपनी फीलिंग्स बता देते हैं तो हो सकता है कि पार्टनर को यह एहसास हो जाए कि उसकी गलती क्या थी।

4. पुरानी बातों का हवाला नहीं दें
कई लोग लड़ाई के दौरान पहले हुई बातों का हवाला देने लगते हैं। पुरानी बातों का जिक्र करने से कोई फायदा नहीं होता, बल्कि जख्म हरे हो जाते हैं। इससे और भी ज्यादा तकलीफ महसूस होती है। यह पता करने की कोशिश करें कि झगड़े की जड़ क्या है और उसे दूर करने का प्रयास करें। अपनी बात पर अड़े नहीं और समझौते के लिए हमेशा तैयार रहें।

5. गलती को माफ कर दें
इंसान गलतियों का पुतला होता है। कई लोग पुरानी गलतियों को दोहराते हैं तो कुछ लोग नई गलतियां करते हैं। हो सकता है, आपके पार्टनर ने कुछ गलत किया हो। ज्यादातर लोग अनजाने में गलती करते हैं। गलती करने का मतलब यह नहीं कि इसे लेकर लड़ाई की जाए और रिश्ता तोड़ लिया जाए। हां, यह जरूर देखना चाहिए कि पार्टनर जानबूझ कर किसी गलत मकसद से तो ऐसा नहीं कर रहा है। अगर ऐसी बात नहीं है तो गलती को माफ कर दें। इससे पार्टनर को भी अपनी कमी का एहसास होगा और आगे से वह गलती करने से बचेगा।   

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