माता-पिता की मौजूदगी में उनके बच्चे खुद को सबसे ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं। लेकिन अगर पिता की मौजूदगी में बच्चे फांसी के फंदे पर झूल जाएं और पिता भी फांसी चढ़ जाए तो खौफ लाजिमी है। ऐसी ही एक घटना ने लोगों को दिल दहला दिया।
रिलेशनशिप डेस्क. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक वारदात ने पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ सबके होश फाख्ता कर दिए। सुबह-सुबह यह खौफनाक खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। एक घर में एक ही परिवार के तीन लोगों के शव मिलने से खलबली मच गई। मरने वालों में दो मासूमों के साथ उनका पिता भी शामिल है। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर मासूमों की जान किसने ली और उनके पिता की मौत की वजह क्या है?
पहले बच्चों को मारा, फिर फांसी पर लटका
यह घटना पीलीभीत के दियूरिया इलाके की है जहां रम्भोझा गांव में रहने वाले बालक राम और उनके दो बच्चों की संदिग्ध मौत काफी चर्चा में है। बालक राम का शव घर में फांसी पर झूलता मिला जबकि 11 साल के बेटे निहाल और 15 साल की बेटी शालिनी के शव दूसरे कमरे में फर्श पर पड़े मिले। एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की खबर ने सबको हिला कर रख दिया। आनन-फानन में पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है लेकिन मौत के रहस्य को लेकर तरह तरह की बातें हो रही है।
तंत्र-मंत्र का तांडव या खूनी साजिश ?
गांव के लोगों का कहना है कि बच्चों की हत्या तंत्र-मंत्र की वजह से की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि पिता बालक राम किसी तांत्रिक के चक्कर में था। उसी के चलते पहले तो उसने दोनों बच्चों की हत्या की और फिर खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। लेकिन सवाल गहरे हैं क्योंकि निहाल और शालिनी के अलावा घर में एक तीसरा बच्चा भी था। बालक राम का सबसे छोटा बेटा भी वारदात की रात घर में ही मौजूद था। सवाल यह है कि अगर पिता ने दो बच्चों को मारा तो तीसरे को क्यों छोड़ दिया?
भाई-बहन के शव के साथ कैसे बिताई रात
इस वारदात का सबसे खौफनाक पहलू यह है कि बालक राम की छोटा बेटा रात भर अपने भाई और बहन के शव के साथ उसी कमरे में सोया रहा। सुबह उठकर जब उसने भाई-बहन को मरा हुआ पाया तो दौड़कर दूसरे कमरे में गया जिसमें उसके पिता सोते थे। उस कमरे में पिता फांसी के फंदे पर झूले हुए थे। उसके बाद मासूम ने चीख-पुकार मचानी शुरू की तो आस-पड़ोस के लोग पहुंचे। फिर पुलिस को बुलाया गया जो पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
गांव के बाहर खेत में रहता था परिवार
इस मामले में एक हैरान करने वाली बात यह है कि बालक राम का परिवार गांव के अंदर नहीं बल्कि बाहर एक खेत में मकान बनाकर रहता था। आस-पास कोई दूसरा मकान नहीं। सवाल है कि क्या यह परिवार गांव से अलग-थलग रह रहा था। क्या इसके पीछे भी तंत्र-मंत्र वाली वजह है या फिर संपत्ति और निजी दुश्मनी का कोई मामला। सच किसी को मालूम नहीं। पुलिस पूछताछ में जुटी है। उम्मीद है कि बहुत जल्द तीन मौतों के रहस्य पर से पर्दा उठ जाएगा।
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