रिलेशनशिप में हेल्दी बातचीत है जरूरी, जानें ये 6 बेहतरीन तरीके

कहा गया है कि हेल्दी रिलेशनशिप के लिए बातचीत करना जरूरी होता है। अगर पार्टनर्स की आपस में अच्छी बातचीत होती है तो उनके रिलेशन अच्छे होते हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 8:06 AM IST

रिलेशनशिप डेस्क। कहा गया है कि हेल्दी रिलेशनशिप के लिए बातचीत करना जरूरी होता है। अगर पार्टनर्स की आपस में अच्छी बातचीत होती है तो उनके रिलेशन अच्छे होते हैं। रिलेशनशिप हेल्दी रहें, इसके लिए रोज ही पार्टनर्स के बीच बातें होनी चाहिए और बहुत ही पॉजिटिव तरीके से होनी चाहिए। वैसे, आजकल बिजी शेड्यूल के चलते पार्टनर्स को आपस में बातचीत करने के मौके कम ही मिलते हैं। हम यहां आपको वे 6 तरीके बताने जा रहे हैं, जिनके जरिए आप पार्टनर से हेल्दी कन्वर्सेशन कर सकेंगे।

1. पूछें, कैसे हैं आप
किसी से बातचीत शुरू करने का यह सबसे जाना-माना तरीका है। यह आप दूसरों से ही नहीं, अपने पार्टनर से भी पूछ सकते हैं। इससे पॉजिटिविटी बढ़ती है और आगे बातचीत का सिलसिला शुरू होता है। दिन की बेहतर शुरुआत आप यह पूछ के कर सकते हैं।

2. किसी के मन को जानना संभव नहीं
कुछ लोग सोचते हैं कि वे किसी के माइंड को पढ़ सकते हैं और उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह एक गलत धारणा है। किसी के मन को पढ़ पाना आसान नहीं है। आप ज्यादा से ज्यादा कुछ धारणाएं बना सकते हैं, जो गलत भी हो सकती हैं। इसकी जगह, आप पार्टनर से सीधी बात करें। टॉपिक कोई हो, बात करने में संकोच नहीं करें। साइकोलॉजिस्ट्स का भी मानना है कि बात करना ही एकमात्र सही तरीका है। 

3. पार्टनर की बात सुनें भी
यह जरूरी है कि आप पार्टनर की बातें भी सुनें, सिर्फ अपनी ही बात नहीं करें। अगर आप ध्यान से पार्टनर की बातों को नहीं सुनेंगे तो उसकी समस्याओं को जान नहीं पाएंगे। इससे आपका रिश्ता कमजोर होगा।

4. 'मैं' की जगह 'हम' को जगह दें
यह रिलेशनशिप की सबसे मुख्य बात है। सच्चा और सफल रिलेशनशिप वही होता है जब आप अपने अस्तित्व को आपने पार्टनर में मिला देते हैं और वह भी ऐसा ही करता है। ऐसे रिश्ते में मैं के लिए जगह नहीं होती। इसमें सारे काम आप मिल-जुल कर करते हैं, इसलिए मैं नहीं हम मायने रखता है। ऐसे रिश्ते में व्यक्तिगत अहम के टकराव का सवाल नहीं पैदा होता।

5. पॉजिटिव एटिट्यूड रखें
चाहे हालात जैसे भी हों, आप अपना एटिट्यूड पॉजिटिव रखें। किसी भी रिश्ते की सफलता इसी से तय होती है। संबंधों में अगर नकारात्मकता का भाव आ गया तो आप भले एक साथ रहते हों, आपके संबंध कभी अच्छे नहीं हो सकेंगे। बातचीत पॉजिटिविटी को बढ़ाने का काम करते हैं, अगर इसका ख्याल रखा जाए।

6. पार्टनर की बातों का जवाब दें
साइकोलॉजिस्ट्स का मानना है कि पार्टनर्स हमेशा एक-दूसरे का ध्यान रखते हैं। वे एक-दूसरे का रिस्पॉन्स भी पाना चाहते हैं। अगर आप अपने पार्टनर की बातों का सही तरीके से जवाब देते हैं तो इसका मतलब है कि आपको उसका ख्याल है। वहीं, कुछ पार्टनर ऐसे भी होते हैं जो अपने साथी के मैसेज, उसके फोन कॉल्स को इग्नोर कर देते हैं। जिसके मैसेज या फोन कॉल का आपने रिप्लाई नहीं दिया, समझा जा सकता है कि उसकी मनोदशा क्या होगी। जाहिर है, वह अपने को उपेक्षित महसूस करेगा। 
 

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