आजकल लोगों के जीवन में कई वजहों से तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसका रिलेशनशिप पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे हर हाल में बचने की कोशिश करनी चाहिए।
रिलेशनशिप डेस्क। आज के व्यस्त और भागमभाग वाली जिंदगी में फुर्सत के लम्हे बहुत कम ही मिलते हैं। दफ्तर या बिजनेस के काम से छुट्टी मिलने के बावजूद ज्यादातर लोग अपने काम के बारे में ही सोचते रहते हैं और तनावग्रस्त रहते हैं। काम का बोझ और टारगेट अचीव करने का प्रेशर उन पर इतना ज्यादा होता है कि वे खाली वक्त भी ढंग से एन्जॉय नहीं कर पाते। इसका सबसे बुरा असर उनके मेंटल हेल्थ पर पड़ता है। मनोरंजन की कमी के कारण उनका माइंड रिलैक्स नहीं हो पाता और वो चिड़चिड़े हो जाते हैं। छोटी-छोटी बातों पर उन्हें तेज गुस्सा आ जाता है। इसका असर रिलेशनशिप पर बहुत बुरा पड़ता है। कई बार हसबैंड अपनी वाइफ को बिना किसी खास बात के बुरा-भला कहने लगते हैं, तो वाइफ भी हसबैंड को जली-कटी सुनाने से बाज नहीं आती। ऐसे में, हफ्ते में मिलने वाला छुट्टी का एक दिन भी उनके लिए बेकार हो जाता है। तनाव होने से कई लोग शराब आदि का सहारा लेने लगते हैं, जिसका और भी बुरा परिणाम सामने आता है। घरेलू कलह का बच्चों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। उनके अंदर डर और हीन भावना भर जाती है, साथ ही आत्मविश्वास की कमी भी होने लगती है। जानें, कैसे आप छुट्टी के दिन को फैमिली के साथ या अकेले भी भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं।
1. कोई अच्छी किताब पढ़ें
विश्वविख्यात साहित्यकार मक्सिम गोर्की ने किताबों को दुनिया का सबसे अनोखा आविष्कार बताया था। किताबों को सबसे बेहतर दोस्त भी बताया गया है। किताबें पढ़ना बहुत ही अच्छी आदत बताई गई है। किताबें हर तरह की होती हैं। जहां एक तरफ़ अच्छी से अच्छी और ज्ञानवर्धक किताबें हैं, वहीं सड़कछाप उपन्यास और अश्लील किताबों की भी कोई कमी नहीं है। इसलिए अच्छी किताबों के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए और समय निश्चित कर अवश्य उन्हें पढ़ना चाहिए।
2. म्यूजिक सुनें
म्यूजिक तनाव से राहत दिलाता है। इसलिए हर आदमी को कुछ समय म्यूजिक का आनंद जरूर लेना चाहिए। यहां खास बात ये है कि किस तरह के म्यूजिक का चुनाव करें। आज का ज्यादातर सिनेमाई संगीत शोर-शराबे से भरा और अश्लील भी है। इस तरह के संगीत से मन को शांति नहीं मिल सकती। इसलिए बढ़िया संगीत का चुनाव करें।
3. थिएटर जाएं
अक्सर लोग छुट्टियों के दिन सिनेमा देखने चले जाते हैं। फिल्में एंटरटेनमेंट का अच्छा ज़रिया हैं, लेकिन आजकल ज्यादातर फिल्में ऐसी बन रही हैं, जिन्हें पूऱी फैमिली के साथ नहीं देखा जा सकता। इसकी वजह ये है कि उनमें अश्लीलता की भरमार होती है। ऐसे में, आप नाटक देखने थिएटर का रुख कर सकते हैं। नाटक देखते हुए आपको फ़िल्मों से एक अलग ही अनुभव होगा।
4. आर्ट एग्जीबिशन देखने या म्यूजियम जाएं
बड़े शहरों में समय-समय पर आर्ट एग्जीबिशन होते रहते हैं। वहां जाने पर आपको एक अलग ही अनुभव होगा। आपको कला जगत के बारे में जानने का मौका मिलेगा। साथ ही, वहां कई बुद्धिजीवियों और कलाकारों से मिलने का मौका भी मिल सकता है। अगर आप वहां अपने बच्चों को भी ले जाते हैं, तो उनकी रुचि भी इस तरफ बढ़ेगी।
5. पार्टनर के साथ रोमांटिक पल बिताएं
आजकल लोगों पर काम का बोझ इतना ज्यादा बढ़ गया है कि उनकी जिंदगी मशीन की तरह हो गई है। प्रोफेशनल लाइफ का प्रेशर लोगों को उनके पार्टनर से भी दूर करता चला जा रहा है। लोग अगर अपने पार्टनर के साथ कुछ अंतरंग पल बिताते हैं, तो भी उनमें वो नैचुरल प्लेजर नहीं मिलता। धीरे-धीरे मैरिड लाइफ बहुत बोर हो जाती है और इसका साइड इफेक्ट खतरनाक होता है। इसलिए, खासकर छुट्टी के दिनों में अपने पार्टनर के साथ कहीं दूर घूमने निकल जाएं और दिल खोल कर आनंद लें।