बेटे की शादी होने के बाद से ही मां बच्चे की जिद्द करने लगती है। वो अपनी बहू को बार-बार इसे लेकर प्रेशर डालती है। लेकिन बहू अगर इतनी जल्दी बेबी प्लानिंग नहीं करना चाहती और सास के साथ रिश्ते भी खराब नहीं करना चाहती तो कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। तो चलिए बताते हैं कैसे सासू मां का दिल बिना किसी झगड़े के जीत सकती हैं।
रिलेशनशिप डेस्क. बिहार के नवादा की रहने वाली 25 साल की रितिका की शादी एक साल पहले हुई थी। अब उसकी सासू मां बच्चे की प्लानिंग करने के लिए बोल रही हैं। वो फिलहाल बच्चा नहीं चाहती हैं। वो फिलहाल अपने करियर पर फोकस करना चाहती हैं। पति से इस बाबत बात हो चुकी है। लेकिन फिर भी सासू मां नहीं मान रहीं। उन्हें लगता है कि मुझे में कोई दिक्कत है और बार-बार डॉक्टर के पास जाने की भी बात करती हैं। ये सिर्फ रितिका की कहानी नहीं, अक्सर शादी के बाद लड़कियों को इस चीज का सामना करना पड़ता है।
जिसकी वजह से घर का माहौल तनावपूर्ण बना होता है। कभी-कभी बहू अपनी सास पर इस कदर चिढ़ जाती है कि वो एक टक सा जवाब दे देती हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए। इससे सास के साथ रिश्ते ही नहीं बिगड़ेंगे, बल्कि पति का प्यार भी खो सकती हैं। तो चलिए बताते हैं ऐसे सिचुएशन से निकले के लिए कुछ टिप्स, जिससे सास आपको समझ भी जाएंगी और प्यार भी नहीं कम होगा।
1. सास के साथ वक्त बीताएं
-सबसे पहले तो आप ये समझे कि आपके और आपकी सास के बीच जनरेशन का फर्क है। इसलिए वो आपकी तरह नहीं सोच सकती हैं। उनके लिए शादी का मतलब ही संतान पैदा करना है। इसलिए जनरेशन गैप को कम करें। उनके साथ बैठें, बातें करें। उन्हें इस जनरेशन में हो रहे बदलाव के बारे में धीरे-धीरे बताएं। जब वो कुछ समझने लगें, तो फिर आप बताएं कि अभी बच्चा क्यों नहीं चाहती हैं। शायद वो आपके साथ वक्त गुजारने से आपको समझने लगें और अपनी जिद्द छोड़ दें।
सास को समझाएं कि पति का बोझ हल्का करने की कर रहीं कोशिश
- सासू मां को बताए कि आपको अपने करियर पर फोकस करना इस घर के लिए कितना जरूरी है। उन्हें बताएं कि बदलते दौर में हर चीज कितनी महंगी हो गई है। एक इंसान के कमाने से घर का बोझ हल्का नहीं होगा। उनके पति पर एक्स्ट्रा भार पड़ेगा। जिसे आपके कमाने की वजह से कम होगा। बच्चे की परवरिश के लिए कितना खर्च करना होगा ये सारी बातें जब उन्हें धीरे-धीरे बताएंगी तो वो समझ जाएंगी। उन्हें बताएं कि आप में कोई नहीं कमी है। बस आप अभी बच्चा नहीं चाहती हैं।
3. कुछ ना काम आए तो पति को कर दें आगे
-अगर आप सासू मां से खुलकर बात नहीं कर पा रही हैं तो फिर पति को बिना झगड़े इस बात को समझाने के लिए बोलें। बेटे की बात मां जरूर सुनती हैं। वो समझ भी जाएंगी। इसलिए पति को इस मामले में आगे कर दें।
ऐसा होता है कि जब बहू और बेटे काम पर चले जाते हैं तो मां घर पर अकेली रह जाती हैं। उन्हें इच्छा होती है कि घर में बच्चा हो तो वो उसके साथ बाकि बची जिंदगी को जी लें। इसलिए बहू-बेटे को चाहिए कि वो मां के साथ क्वालिटी टाइम गुजारें। उन्हें तन्हाई का एहसास नहीं होने दें।
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