कहीं आपका पार्टनर शक्की तो नहीं, रिश्ता चला पाना हो सकता है मुश्किल

कुछ लोग बेहद शक्की मिजाज के होते हैं। औरतें भी कम शक्की मिजाज नहीं होतीं। शक-शुबहे के कारण किसी भी रिलेशनशिप में कई तरह की परेशानियां आ जाती हैं और रिश्ता चला पाना कठिन लगने लगता है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 2, 2020 6:07 AM IST / Updated: Jan 02 2020, 11:41 AM IST

रिलेशनशिप डेस्क। कुछ लोग बेहद शक्की मिजाज के होते हैं। औरतें भी कम शक्की मिजाज नहीं होतीं। शक-शुबहे के कारण किसी भी रिलेशनशिप में कई तरह की परेशानियां आ जाती हैं और रिश्ता चला पाना कठिन लगने लगता है। आजकल कई रिश्ते शक-शुबहे के कारण खत्म हो जाते हैं, जबकि उनका कोई ठोस आधार नहीं होता है। कहा गया है कि पार्टनर्स का एक-दूसरे पर भरोसा करना जरूरी होता है। अगर बिना किसी वजह के आप हमेशा किसी पर शक करेंगे और उसके साथ बुरा व्यवहार करेंगे तो एक दिन वह भी परेशान हो कर रिश्ता तोड़ देने में ही अपनी भलाई समझेगा। लेकिन जो लोग शक्की मिजाज होते हैं, वे इन बातों को नहीं समझते हैं। इसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ता है। सही व्यक्ति पर भरोसा नहीं करने के कारण अक्सर वे गलत लोगों के चंगुल में फंस जाते हैं। औरतें भी शक-शुबहे की बीमारी के कारण कई बार गलत लोगों के जाल में फसंती देखी गई हैं।

बेवजह शक नहीं करें
शक का कोई ठोस आधार होना चाहिए। अगर आपने अपने पार्टनर को किसी गलत काम में लगा नहीं पाया है या खुद से यह नहीं देखा है कि वह आपके साथ गलत व्यवहार कर रहा है या आपको धोखा देने की कोशिश में है तो उस पर शक नहीं करना चाहिए। जैसे ही आप उस पर शक करते हैं तो उसके चरित्र को संदिग्ध मानने लगते हैं। जरूरी नहीं कि ऐसा हो ही। यह भी संभव है कि आपके अच्छे रिश्ते से जो लोग जलते हों, उन्होंने उसके खिलाफ आपके कान भर दिए हों। इसलिए जब तक अपनी आंख से कोई बात नहीं देखें, बेवजह शक नहीं करें।

कुछ लोगों को होती है शक की बीमारी
साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि कुछ लोगों को शक की बीमारी होती है। वे मन ही मन किसी के बारे में कुछ सोचते रहते हैं। अक्सर उनकी सोच नकारात्मक होती है। इसलिए वे किसी के बारे में बेहतर या पॉजिटिव सोच ही नहीं पाते। उन्हें अपने पार्टनर पर भी शक होता है। उन्हें लगता है कि उनका पार्टनर कहीं उन्हें बदनाम तो नहीं कर देगा। कहीं रिलेशनशिप के बारे में लोगों से कह कर उनकी इज्जत दांव पर तो नहीं लगा देगा। अक्सर लड़कियों के मन में ऐसी धारणा होती है। इसके बाद वे अपने पार्टनर को भरोसेमंद नहीं समझतीं।

मिला होता है धोखा
साइकोलॉजिस्ट्स का यह भी कहना है कि इस तरह का शक-शुबहा करने वाली लड़कियों को जरूर किसी न किसी रिलेशनशिप में धोखा मिला होता है। हो सकता है, वे किसी बुरे अनुभव से गुजरी हों। इसलिए अपने पार्टनर पर फिर उन्हें शक होता है। यह स्वाभाविक है, लेकिन उन्हें अपने पार्टनर के चरित्र को भली-भांति समझ लेना चाहिए और उसका मूल्यांकन करना चाहिए। जरूरी नहीं, हर इंसान एक ही जैसा हो। इसलिए देख-परख कर ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करनी चाहिए।

कई लड़कियां होती हैं ब्लैकमेल का शिकार
दरअसल, लड़कियां अपने पार्टनर पर शक इसलिए भी करती हैं कि कई बार वे ब्लैकमेल का शिकार भी हो चुकी होती हैं। आज के समय में यौन शोषण की समस्या काफी बढ़ती जा रही है। लोग धोखे से किसी को अपनी गर्लफ्रेंड बना कर उससे संबंध बनाते हैं और उसकी वीडियो वगैरह बनाने का दावा कर यौन शोषण करने लगते हैं। कई बार लड़कियों को यह भी शक होता है कि उनका फोन कहीं न टैप किया जा रहा हो।

अपनाएं सकारात्मक रवैया
इस मामले में सकारात्मक रवैया अपनाना सही रहता है। लड़के हों या लड़कियां, अपने पहले के अनुभवों के आधार पर वर्तमान पार्टनर्स का मूल्यांकन करने से बचें। रिलेशनशिप बनाने के पहले ही सही तरीके से पार्टनर के बारे में जानकारी ले लें। वैसे भी कोई रिलेशन तभी बनता है, जब दो लोग एक-दूसरे के करीब आते हैं और उनमें भावनात्मक संबंध बनते हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का यही कहना है कि कोई एकदम अनजान शख्स से रिलेशनशिप नहीं रखता। इसलिए जब आपने किसी से संबंध बनाया है तो जरूर उसमें कुछ अच्छी बात देखी होगी। 

 
        

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