कई बार पार्टनर के स्वभाव में अचानक कुछ बदलाव दिखाई पड़ने लगता है। पार्टनर अक्सर उदास, चिंतित और चिड़चिड़ा दिखने लगता है। बात-बात पर वह झुंझलाने लगता है और गुस्सा ज्यादा करने लगता है।
रिलेशनशिप डेस्क। कई बार पार्टनर के स्वभाव में अचानक कुछ बदलाव दिखाई पड़ने लगता है। पार्टनर अक्सर उदास, चिंतित और चिड़चिड़ा दिखने लगता है। बात-बात पर वह झुंझलाने लगता है और गुस्सा ज्यादा करने लगता है। यह समस्या पुरुषों के साथ तो होती है, पर औरतों में ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में, लड़ाई-झगड़ा होने की संभावना बढ़ जाती है। ज्यादा गुस्सा करने की समस्या कई वजहों से हो सकती है। एक मुख्य वजह तो तनाव है। इसके अलावा भी कई मनोवैज्ञानिक वजहें होती हैं। इनके चलते भी मूड स्विंग होता है। खास कर, ज्यादा उम्र की औरतों में चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग की समस्या देखने को मिलती है। ऐसा उनमें मेनोपॉज की वजह से भी हो सकता है। इसलिए अगर आपका पार्टनर अचानक गुस्से से भरा व्यवहार करने लगा हो तो आप अपना व्यवहार संयमित रखें और समस्या की वजह को समझने की कोशिश करें। जानें, ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए।
1. चुप रहें
अगर पार्टनर किसी बात पर गुस्सा कर रहा है और आपको लग रहा है कि वह बिना किसी खास वजह के ऐसा कर रहा है, तो उसका जवाब नहीं दें। चुप रहें। अगर कोई एक किसी की बात का जवाब नहीं देता तो वह ज्यादा समय तक गुस्से में अपनी बातें नहीं कह सकेगा और मामला ऐसे ही शांत हो जाएगा। बाद में गुस्से की वजह भी सामने आ जाएगी।
2. परेशानी को समझें
हमेशा अपने पार्टनर की किसी भी परेशानी को समझने की कोशिश करें। हो सकता है, आपका पार्टनर किसी वजह से परेशान चल रहा हो और आप उस पर ध्यान नहीं दे पा रहे हों। ऐसी स्थिति में पार्टनर का गुस्से में आना कोई बड़ी बात नहीं।
3. समस्या को सुनें
अगर पार्टनर आपके सामने अपनी कोई समस्या रख रहा है, तो उसे ध्यान से सुनें और उस पर गौर करें। इसके बाद उस समस्या के समाधान के लिए जो भी जरूरी उपाय हो, वह करें। इससे पार्टनर का आप पर भरोसा बढ़ेगा और वह आपके साथ गुस्से से भरा व्यवहार नहीं करेगा।
4. सहानुभूति रखें
अगर आपका पार्टनर मूड स्विंग की समस्या का शिकार है तो उसके प्रति सहानुभूति रखें और ऐसी बातें करें, जिनसे उसे कुछ सुकून मिल सके। मूड स्विंग की समस्या होने पर व्यक्ति अचानक खुश दिखने लगता है तो अचानक ही दुखी हो जाता है। इस समस्या की वजह को समझने की कोशिश करें। अगर समस्या ज्यादा ही गंभीर है तो मनोचिकित्सक की मदद लें।
5. हावी होने की कोशिश नहीं करें
कई लोग यह सोचते हैं कि वे अपने पार्टनर से कम क्यों रहेंगे। इसलिए वे किसी भी वाद-विवाद के दौरान हावी होने की कोशिश करते हैं। ऐसा नहीं करें। खासकर, महिला पार्टनर की भावनाओं का सम्मान करें।