
Dussehra 2025 Date: भारत में त्योहार केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता के प्रतीक भी हैं। इन प्रमुख त्यौहारों में दशहरा या विजयादशमी का विशेष महत्व है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और पूरे देश में बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। रावण दहन एक प्रमुख परंपरा है, जिसमें अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाता है। इस दिन घर में समृद्धि और परिवार में खुशहाली बढ़ाने के लिए कुछ सरल वास्तु उपाय भी अपनाए जा सकते हैं। आइए जानें पांच विशेष उपाय -
इस वर्ष दशहरा गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, दशमी तिथि 1 अक्टूबर को शाम 7:01 बजे से शुरू होकर 2 अक्टूबर को शाम 7:10 बजे तक रहेगी। विजय मुहूर्त दोपहर 2:09 बजे से 2:56 बजे तक रहेगा, जबकि मध्याह्न पूजा का समय दोपहर 1:21 बजे से 3:44 बजे तक रहेगा। श्रवण नक्षत्र 2 अक्टूबर को सुबह 9:13 बजे से 3 अक्टूबर को सुबह 9:34 बजे तक रहेगा।
दशहरा न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि खगोलीय और ज्योतिषीय दृष्टि से भी विशेष महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन ग्रह और नक्षत्र विशेष स्थिति में होते हैं, जिससे साहस और सफलता मिलती है। मंगल की शुभ स्थिति, विशेष रूप से, वीरता और शक्ति का प्रतीक है, जो जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद करती है।
दशहरा न केवल भगवान राम की रावण पर विजय का स्मरण कराता है, बल्कि हमें यह भी सिखाता है कि धैर्य और साहस से सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त की जा सकती है। इस दिन मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना की जाती है, जुलूस निकाले जाते हैं और हज़ारों लोग रावण दहन देखने के लिए एकत्रित होते हैं।
शमी का वृक्ष अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे घर के अंदर नहीं, बल्कि आंगन या बालकनी में लगाना चाहिए। इसे दक्षिण दिशा में, विशेष रूप से दक्षिण दिशा में लगाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और धन-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
दशहरे पर रावण दहन के बाद बची लकड़ियां या राख को लाकर किसी सुरक्षित स्थान पर रखने से सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह उपाय न केवल वास्तु दोषों को दूर करता है, बल्कि धन लाभ की संभावना भी बढ़ाता है।
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झाड़ू को देवी लक्ष्मी से संबंधित माना जाता है। दशहरे पर नई झाड़ू खरीदकर किसी ज़रूरतमंद को दान करने से घर के वास्तु दोष दूर होते हैं और जीवन में नए अवसर खुलते हैं। यह उपाय करियर संबंधी बाधाओं और आर्थिक समस्याओं को दूर करने में सहायक है।
दक्षिण दिशा में चौमुखी दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस अनुष्ठान से पूर्वजों और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही घर में मानसिक शांति और सकारात्मकता बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि इससे धन, करियर और पारिवारिक जीवन में समृद्धि आती है।
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दशहरे के दिन लक्ष्मी सूक्त का पाठ करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और घर में धन-समृद्धि आती है। यह अनुष्ठान पूरे वर्ष परिवार में शांति, सुख और समृद्धि बनाए रखने में मदद करता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।