Karwa Chauth 2023 Special Song: हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि करवा चौथ का व्रत किया जाता है। ये महिलाओं के सबसे प्रिय त्योहारों में से एक है। इस बार ये पर्व 1 नवंबर, बुधवार को है।
Karwa Chauth 2023 Best Song:इस बार महिलाओं का सबसे प्रिय त्योहार करवा चौथ 1 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत करती हैं। इस दिन का इंतजार हर विवाहित महिला को होता है। इस मौके पर महिलाएं चौथ मां के गीत और भजन सुनती भी हैं और गाती हैं। करवा चौथ के मौके पर हम आपके लिए लेकर आएं हैं कुछ ऐसे ही स्पेशल भजन और गीत…
करवा चौथ गीत-1
करवा चौथ का दिन आया,
चंदा अम्बर पे छाया है ।
सज धज के अपनी सजनी का,
रूप सांवरिया को भाया है ।।
मेरे साजना मेरी उम्र भी,
लग जाए तुझको ।
दुआएं माँगे कंगना,
मेरे साजना ।।
मेरे हाथों में संग मेहंदी के,
रंग तेरा सजता ।
चाँद जो देखूं छलनी के पीछे,
चेहरा तेरा दीखता ।।
मेरे साजना,
मेरे साजना, मेरी उम्र भी,
लग जाए तुझको ।
दुआएं माँगे कंगना,
मेरे साजन ।।
तेरी पसंद की चूड़ी पहनी,
तेरे नाम की मेहंदी रचाई ।
तेरी प्रीत की चुनर ओढ़ी,
तेरी याद की बिंदिया लगाईं ।।
तेरी पसंद की चूड़ी पहनी,
तेरे नाम की मेहंदी रचाई ।
तेरी प्रीत की चुनर ओढ़ी,
तेरी याद की बिंदिया लगाईं ।।
मेरे साजना,
मेरे साजना मेरी उम्र भी,
लग जाए तुझको ।
दुआएं माँगे कंगना,
मेरे साजना ।।
करवा चौथ का दिन आया,
चंदा अम्बर पे छाया है ।
सज धज के अपनी सजनी का,
रूप सांवरिया को भाया है ।।
तेरी ही धुन मैं गाऊं,
मैं सातों जनम तुझे पाऊं ।
जब जब धरती पे आऊं,
तेरी ही दुल्हन बन जाऊं ।।
तेरी ही धुन मैं गाऊं,
मैं सातों जनम तुझे पाऊं ।
जब जब धरती पे आऊं,
तेरी ही दुल्हन बन जाऊं ।।
मेरे साजना,
मेरे साजना मेरी उम्र भी,
लग जाए तुझको ।
दुआएं माँगे कंगना,
मेरे साजना ।।
करवा चौथ का दिन आया,
चंदा अम्बर पे छाया है ।
सज धज के अपनी सजनी का,
रूप सांवरिया को भाया है ।।
करवा चौथ गीत-2
आज है करवा चौथ
सखी री माँग ले सुख का दान
अपने सपनो के स्वामी का
धर कर मन्न में ध्यान
जनम जनम तक मांग का
तेरी रंग पडे ना फिका
जब तक चमके चाँद
सितारे तब तक चमके टिका
बंधे रहे मनभाते
प्रीतम के प्राणों से प्राण
आज है करवा चौथ
सखी री माँग ले सुख का दान
आज है करवा चौथ सखी री
जो कोई मांगे आज लगन
से युग युग का सुख पाये
साथ सफल हो प्रेम अमर
हो जीवन में रास आये
करवा चौथ गीत-3
गावो गावो मंगल गीत के आज करवा चौथ है
वर मांगो अमर हो सुहाग खुल जाये अपने भाग
काम होना पिया जी के प्रीत के आज करवा चौथ है
अर्क करो और दीप जलाओ गोरी के आछात से सिंदूर चढ़ावो
दही पतासा के भोग लगावो
कही शुभ घडी जाए ना बीत के आज करवा चौथ है
मांगो असीस खिले घर आँगन देखु जहा बस देखु मैं साजन
गाड़ी करदो ऐसी प्रीत हैं के आज करवा चौथ है
गावो गावो मंगल गीत के आज करवा चौथ है
करवा चौथ गीत-4
चौथ माँ की महिमा है निराली
सुहाग वर मैया देने वाली
चौथ माँ की महिमा है निराली
मैया मेरी बिंदिया अमर रखना
मैया मेरी मांग मोतियों से भरना
मैया तेरी पूजा है निराली
सुहाग वर मैया देने वाली
मैया मेरा चुड़ला अमर रखना
मैया मेरी महंदी लाल रखना
मैया तेरी पूजा है निराली
सुहाग वर मैया देने वाली
मैया मेरी पायल अमर रखना
मैया मेरे बिछुआ अमर रखना
मैया मेरी महावर लाल रखना
मैया तेरी पूजा है निराली
सुहाग वर मैया देने वाली
मैया सबकी जोड़ी अमर रखना
मैया सबके सिर पर हाथ रखना
मैया तेरी पूजा है निराली
सुहाग वर मैया देने वाली
करवा चौथ गीत-5
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले
गौरा के माथे पर टीका सोहे
गौरा के माथे पर टीका सोहे
और बिंदिया है लालम लाल चलो सखी लेने चले
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले…
गौरा के कानों में कुंडल सोहे
गौरा के कानों में कुंडल सोहे
और लाली है लालम लाल चलो सखी लेने चले
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले…
गोरा के हाथों में कंगना सोहे
गौरा के हाथों में कंगना सोहे
और मेहंदी है लालम लाल चलो सखी लेने चलें
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले…
गौरा के पैरों में पायल सोहे
गौरा के पैरों में पायल सोहे
और महावर है लालम लाल चलो सखी लेने चलें
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले…
गौरा के अंगों पर लहंगा सोहे
गौरा के अंगों पर लहंगा सोहे
और चुनरी है लालम लाल चलो सखी लेने चले
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले…
गौरा मैया जी दे रही सुहाग चलो सखी लेने चले
करवा चौथ गीत-6
गौरा रानी ने भेजा सुहाग सुहागन तेरे लिये
टीका भी भेजा माँ ने झुमर भी भेजा और भेजी
है बिंदिया लाल सुहागन तेरे लिये……..
चुडियाँ भी भेजी माँ ने कंगना भी भेजा और भेजी
है मेंहदी लाल सुहागन तेरे लिये……..
पायल भी भेजी माँ ने बिछुँए भी भेजे और भेजी
है महावर लाल सुहागन तेरे लिये……..
लहंगा भी भेजा माँ ने चोली भी भेजी और भेजी
है चुनरियाँ लाल सुहागन तेरे लिये…
करवा चौथ गीत-7
हो कोयल कूके हुक उठाए
यादों की बंदूक चलाए
कोयल कूके हुक उठाए
यादों की बंदूक चलाए
बागों में झूलों के मौसम वापस आए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
ओ बागों में झूलों के मौसम वापस आए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
इस गाँव की अनपढ़ मिट्टी
पढ़ नहीं सकती तेरी चिट्ठी
यह मिट्टी तू आकर चूमे
तो इस धरती का दिल झूमे
माना तेरे हैं कुछ सपने
पर हम तो हैं तेरे अपने
भूलने वाले हुमको तेरी याद सताए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
पनघट पे आई मुटियारें
छम छम पायल की झंकारे
खेतों में लहराई सरसों
कल परसों में बीते बरसों
आज ही आजा गाता हंसता
तेरा रस्ता देखे रस्ता
अरे छुक छुक गाड़ी की सिटी आवाज़ लगाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
हाथों में पूजा की थाली
आई रात सुहागों वाली
ओ चाँद को देखूं हाथ मैं जोड़ूँ
करवा चौथ का व्रत मैं तोडूं
तेरे हाथ से पी कर पानी
दासी से बन जाऊं रानी
आज की रात जो माँगे कोई वो पा जाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
ओ मन मित्रा, ओ मन मीता
वे तेनु रब दे हवाले कीता
दुनिया के दस्तूर हैं कैसे
पागल दिल मजबूर हैं कैसे
अब क्या सुन-ना, अब क्या कहना
तेरे मेरे बीच यह रैना
ख़त्म हुई यह आँख मिचोली
कल जाएगी मेरी डोली
मेरी डोली मेरी अर्थी ना बन जाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
घर आजा परदेसी तेरा देस बुलाए रे
कोयल कूके हुक उठाए
यादों की बंदूक चलाए
बागों में झूलों के मौसम
वापस आए रे
ओ माही वे, ओ चन वे
मैं जीनदवा ओ सजना