Shani Jayanti 2024 Date: शनि जयंती 6 जून को, इस दिन कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे? जानें इस पर्व से जुड़ी हर खास बात

Published : May 17, 2024, 04:30 PM ISTUpdated : Jun 06, 2024, 08:12 AM IST
shani jayanti 2024

सार

Shani Jayanti 2024 Kab Hai: हर साल ज्येष्ठ मास में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व जून 2024 में मनाया जाएगा। ये पर्व न्याय के देवता शनिदेव से संबंधित है, इसलिए इस दिन इनकी विशेष पूजा की जाती है। 

Shani Jayanti 2024 Details: धर्म ग्रंथ और ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव की महिमा का वर्णन मिलता है। इनके अनुसार, शनिदेव ही हर प्राणी के अच्छे-बुरे कर्मों का फल उसे देते हैं। इसलिए इन्हें न्यायाधीश भी कहा जाता है। हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व से जुड़ी अनेक मान्यताएं इसे और भी खास बनाती हैं। आगे जानिए साल 2024 में कब है शनि जयंती और इससे जुड़ी खास बातें…

कब है शनि जयंती 2024?
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 05 जून, बुधवार की शाम 07.55 से शुरू होगी, जो 06 जून की शाम 06.07 मिनिट तक रहेगी। यानी ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 2 दिन रहेगी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, चूंकि ज्येष्ठ अमावस्या तिथि का सूर्योदय 6 जून, गुरुवार को उदय होगा, इसलिए इसी दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा।

क्यों मनाते हैं शनि जयंती?
धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि पर शनिदेव का जन्म हुआ था। इसलिए हर साल इस तिथि पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। शनिदेव के पिता भगवान सूर्य हैं माता का नाम संज्ञा है। यमराज, यमुना और अश्विनीकुमार इनके भाई-बहन हैं। इस दिन शनिदेव की पूजा विशेष रूप से का जाती है। जो व्यक्ति इस दिन शनिदेव से संबंधित उपाय करता है, उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे शनि जयंती 2024 पर?
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 6 जून, गुरुवार को सूर्य और गुरु वृष राशि में एक साथ रहेंगे, जिससे धर्म-कर्म से जुड़े लोगों को फायदा होगा। वृष राशि में ही बुध भी रहेगा। सूर्य और बुध की युति होने से बुधादित्य नाम का राजयोग भी इस दिन रहेगा। इनके अलाना ग्रह-नक्षत्रों के संयोग से और भी कईं शुभ योग इस दिन बनेंगे।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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