Vasant Panchami 2024: वसंत पंचमी पर करें इन मंत्रों का जाप, बनी रहेगी देवी सरस्वती की कृपा

Kab Hai Vasant Panchami 2024: धर्म ग्रंथों में देवी सरस्वती को ज्ञान, बुद्धि और संगीत की देवी कहा गया है। हर साल माघ मास में इनकी पूजा की जाती है। इस पर्व को वसंत पंचमी कहते हैं।

 

Manish Meharele | Published : Feb 11, 2024 4:10 AM IST / Updated: Feb 12 2024, 09:12 AM IST

Devi Sarswati Ke Mantra: हिंदू पंचांग का 11वां महीना माघ है। इस महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर वसंत पंचमी की पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 14 फरवरी, बुधवार को है। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। इन्हें ज्ञान, बुद्धि और संगीत की देवी कहा जाता है। वसंत पंचमी पर यदि देवी सरस्वती के कुछ विशेष मंत्र, स्तुति आदि का पाठ विधि-विधान से किया जाए तो इनकी कृपा हमारे ऊपर बनी रहती है। आगे जानिए देवी सरस्वती के मंत्र व स्तुतियों के बारे में…

देवी सूक्त से सरस्वती मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेणसंस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

सरस्वती पूजा मंत्र
ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी।
मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।

सरस्वती देवी का मूल मंत्र
ओम ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः।

मां सरस्वती का संपूर्ण मंत्र
ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी।
मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।

सरस्वती वंदना
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥

इस विधि से करें मंत्रों का जाप
- वसंत पंचमी पर सुबह स्नान आदि करने के हाथ में जल और चावल लेकर मंत्र जाप का संकल्प लें। जितने मंत्र जाप आप करना चाहते है, उतने का ही संकल्प लें।
- इसके बाद विधि-विधान से देवी सरस्वती की पूजा करें। देवी के सामने शुद्ध घी का दीपक लगाएं। ये दीपक मंत्र जाप के दौरान निरंतर जलते रहना चाहिए।
- मंत्र जाप के लिए चंदन की माला का उपयोग करें। बैठने के लिए कुशा का आसन लें। इसके बाद जितने मंत्र जाप का संकल्प लिया, उतने मंत्रों का जाप करें।
- इन मंत्रों से जाप से देवी सरस्वती प्रसन्न होती हैं और भक्त की हर इच्छा पूरी कर देती हैं। साथ ही उसके घर में सुख-समृद्धि, ज्ञान का सदैव वास रहता है।

 

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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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