
How to Recite Durga Saptashati Path: शक्ति की उपासना का पावन पर्व नवरात्रि 22 सितंबर, 2025 से शुरू होकर 2 अक्टूबर, 2024 को विजयादशमी के साथ समाप्त होगा। नवरात्रि के नौ दिनों में, देवी भगवती के भक्त विभिन्न तरीकों से उनकी पूजा करते हैं। कुछ लोग जप-तप करते हैं, तो कुछ देवी दुर्गा से मनचाहा आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं। शक्ति साधना के इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार, जो कोई भी नवरात्रि के दौरान निर्धारित विधि-विधान से दुर्गा सप्तशती का पाठ करता है, उस पर उनकी कृपा बरसती है। आइए जानें दुर्गा सप्तशती का पाठ कैसे करें और इसका धार्मिक महत्व।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, दुर्गा सप्तशती मार्कंडेय पुराण का एक अंश है, जिसमें मार्कंडेय ऋषि और भगवान ब्रह्मा के बीच देवी दुर्गा की महिमा पर चर्चा है। दुर्गा सप्तशती में 700 श्लोक हैं। हिंदू मान्यता के अनुसार, विधि-विधान से दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भक्त को देवी दुर्गा के तीन प्रमुख स्वरूपों: माँ महाकाली, माँ महालक्ष्मी और माँ महासरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दुर्गा सप्तशती के गुण सभी भय दूर करते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
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नवरात्रि के नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से भक्त के जीवन के सभी कष्ट और बाधाएँ दूर हो जाती हैं। देवी भगवती की कृपा से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हिंदू मान्यता के अनुसार, भक्ति और विश्वास के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
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