
Sawan Somwar Vrat: 11 जुलाई से सावन की शुरुआत हो चुकी है, जो कि 9 अगस्त तक चलने वाला है। सावन सोमवार को भक्त भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत रखते हैं। भगवान शिव की पूजा करने के बाद शाम के वक्त व्रत खोला जाता है। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में व्रत खंडित हो जाता है, ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में यहां।
- यदि पूजा के वक्त कोई गलती हो जाए या फिर आपका व्रत टूट जाए, तो इसके लिए आप भगवान से माफी मांग सकते हैं। हाथ जोड़कर मांगी हुई माफी को भगवान स्वीकार करते हैं।
- सावन सोमवार का व्रत यदि आपका पहले प्रहर में ही टूट जाए, तो फिर से व्रत रखने का संकल्प लेकर उसी दिन या फिर अगले दिन व्रत रखें। ऐसे व्रत को शास्त्रों में प्रायश्चित्त व्रत के नाम से जाना जाता है
- वहीं, शिव पुराण में इस बात का जिक्र किया गया है कि यदि आपका सावन सोमवार का व्रत टूट जाता है, तो आप महामृत्युंजय का जाप करें। इससे भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं और हर तरह की भूल चूक को माफ कर देते हैं। साथ ही आपके सारे दोष और कष्ट दूर हो जाते हैं।
- इसके अलावा, दान-पुण्य करके भी अपनी गलती के लिए माफी मांगी जा सकती है। आप चाहे तो किसी मंदिर में या फिर किसी जरूरतमंद को दान करके उसकी मदद कर सकते हैं।
सावन का तीसरा सोमवार 28 जुलाई को है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सावन के सोमवार का खास महत्व है। इस दिन जो कोई भी श्रद्धा से व्रत रखता है और शिवलिंग की पूजा करता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। वही, सावन शिवरात्रि 23 जुलाई की है। ध्यान रखें कि सावन के महीने में आप लहसुन-प्याज का इस्तेमाल न करें। मांस-मदिरा से दूर रहें।