Sawan Somwar 2025: सावन का दूसरा सोमवार 21 जुलाई को, नोट करें पूजा के मंत्र और मुहूर्त

Published : Jul 19, 2025, 03:43 PM ISTUpdated : Jul 21, 2025, 08:06 AM IST
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सार

Second Sawan Somwar 2025 Date: भगवान शिव की पूजा के लिए सावन मास सबसे श्रेष्ठ माना गया है और इससे भी अधिक श्रेष्ठ माने गए हैं इस महीने के सोमवार। इसलिए सावन सोमवार पर शिव मंदिरों मे भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

Second Sawan Somwar 2025 Details: भगवान शिव की भक्ति का महीना सावन 11 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 9 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस महीने में जितने भी सोमवार आते हैं, वो भी शिव पूजा के लिए बहुत खास माने गए हैं। विद्वानों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति सावन के सभी सोमवार का व्रत रख शिवजी की पूजा करे तो उसे पूरे सावन की पूजा का फल मिलता है। आग जानें कब है सावन का दूसरा सोमवार, मंत्र, पूजा विधि, मुहूर्त आदि की डिटेल…

कब है सावन का दूसरा सोमवार? (Kab Hai Sawan Ks Dusra Somwar)

सावन का दूसरा सोमवार 21 जुलाई को है। इस दिन कामिका एकादशी का व्रत भी किया जाएगा। इसलिए इस सोमवार का महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि सावन सोमवार पर एकादशी का संयोग बहुत ही कम बनता है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि वृद्धि, ध्रुव, वर्धमान और आनंद नाम के शुभ योग बनेंगे।


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21 जुलाई 2025 सावन सोमवार शुभ मुहूर्त (Second Sawan Somwar 2025 Shubh Muhurat)

सुबह 09:15 से 10:54 तक
दोपहर 12:06 से 12:59 तक (अभिजीत मुहूर्त)
दोपहर 02:12 से 03:51 तक
शाम 05:30 से 07:09 तक

सावन सोमवार पर कैसे करें शिवजी की पूजा? (Sawan Somwar Puja Vidhi)

सावन सोमवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत-पूजा का संकल्प लें। ऊपर बताए किसी शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा शुरू करें। पहले शिवलिंग का अभिषेक शुद्ध जल से फिर स दूध से और एक बार पुन: शुद्ध जल से करें। शुद्ध घी का दीपक लगाएं। भगवान शिव को फूल, फल, बिल्व पत्र, धतूरा, आंकड़े के फूल आदि चीजें चढ़ाएं। अंत में आरती करें।

शिवजी की पूजा में कौन-सा मंत्र बोलें? (Sawan Somwar Mantra)

सावन सोमवार की पूजा में आप शिवजी के नीचे लिखे किसी भी मंत्र का जाप अपनी इच्छा अनुसार कर सकते हैं।

- ऊं नमः शिवाय:
- सर्वेभ्यः सर्व सर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्र रूपेभ्यः।।
- ऊं तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
- मृत्युञ्जयाय रुद्राय नीलकन्ताय शंभवे
अमृतेषाय सर्वाय महादेवाय ते नमः
- ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

सावन सोमवार व्रत में क्या न करें? (Sawan Somwar Vrat Mai Kya Na Kare)

- सावन सोमावार व्रत में भोजन नहीं करना चाहिए, एक समय फलाहार कर सकते हैं।
- सावन सोमवार के दिन किसी की बुराई न करें, चुगली न करें न किसी पर क्रोध करें।
- अगर कोई भिक्षुक घर आ जाए तो उसे कुछ न कुछ जरूर दें, खाली हाथ न लौटाएं।
- सावन सोमवार व्रत के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें सिर्फ शरीर नहीं मन से भी।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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