Shubh Muhurat May 2023:14 अप्रैल, शुक्रवार को सूर्य राशि बदलकर मीन से मेष में आ चुका है। ऐसा होते ही खरमास भी समाप्त हो चुका है। आमतौर पर खरमास समाप्त होने के बाद विवाह आदि मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य मीन राशि में रहता है तो इसे खर मास कहते हैं। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि नहीं किए जाते। (Shubh Muhurat May 2023) हर साल 14 अप्रैल को जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है तो खर मास समाप्त हो जाता है और मांगलिक कार्य होने लगते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। विवाह आदि के लिए लोगों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। आगे जानिए क्यों होगा ऐसा और विवाह आदि के शुभ मुहूर्त…
इसलिए नहीं शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, किसी भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि के लिए शुभ मुहूर्त निकालते समय गुरु ग्रह की स्थिति पर विचार किया जाता है। 2 अप्रैल से गुरु ग्रह अपनी ही राशि में अस्त हैं। गुरु ग्रह की स्थिति 29 अप्रैल तक रहेगी। इस कारण खर मास समाप्त होने के बाद भी मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई है। जैसे ही गुरु ग्रह उदय होगा, वैसे ही शुभ कार्य किए जा सकेंगे।
क्या अक्षय तृतीया पर कर सकेंगे मांगलिक कार्य?
ज्योतिष शास्त्र में अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा गया है यानी इस दिन बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। इस बार ये पर्व 22 अप्रैल, शनिवार को है। इस दौरान भी गुरु ग्रह अस्त ही रहेगा, तो क्या इस दिन विवाह आदि मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे? इस प्रश्न को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद है। कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि अक्षय तृतीया शुभ तिथि है। इस पर्व पर किए गए किसी भी मांगलिक काम पर ग्रह के अस्त होने का दोष नहीं लगता है। वहीं कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि शुक्र और गुरु अस्त होने पर शादियां नहीं की जा सकती, इसलिए अबूझ मुहूर्त का महत्व भी तभी तक है जब तक ये दोनों ग्रह उदित अवस्था में हो।
जानें मई 2023 के शुभ मुहूर्त
शादी और सगाई के लिए
2, 3, 4, 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 और 30
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त
3, 6, 11, 15, 20, 22, 29 और 31
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