Surya Gochar April 2023: 14 अप्रैल को 5 शुभ योग में सूर्य बदलेगा राशि, ये काम दिला सकते हैं आपको जबरदस्त फायदा

Published : Apr 13, 2023, 10:15 AM IST
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सार

Surya Gochar April 2023: सूर्य जब एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। 14 अप्रैल, शुक्रवार को सूर्य मीन से निकलकर मेष में प्रवेश करेगा। इसे मेष संक्रांति कहेंगे। इस दिन कई शुभ योग भी बनेंगे। 

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य 30 दिन एक राशि में रहते हैं, इसके बाद वह अगली राशि में प्रवेश कर जाता है। इस तरह सूर्य लगभग 365 दिन में राशि चक्र पूरा कर लेता है। (Surya Gochar April 2023) इस बार सूर्य 14 अप्रैल, शुक्रवार को मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा। इसे मेष संक्रांति कहा जाएगा। धर्म ग्रंथों में इसे पर्व यानी उत्सव कहा गया है। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते ये दिन बहुत ही खास हो गया है। इस दिन स्नान-दान, पूजा, उपाय, खरीदी करना बहुत शुभ रहेगा।

दिन भर रहेगा सर्वार्थसिद्धि योग
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, 14 अप्रैल, शुक्रवार को श्रवण नक्षत्र होने से सर्वार्थसिद्धि योग बनेगा। ये शुभ योग 14 अप्रैल की सुबह 09:14 से शुरू होकर अगले दिन यानी 15 अप्रैल की सुबह तक रहेगा। इसकी समय अवधि लगभग 21 घंटे रहेगी। इस योग में खरीदारी और नए काम की शुरुआत का फायदा लंबे समय तक मिलता है।

ये योग भी रहेंगे इस दिन
ज्योतिषाचार्य डॉ. मिश्र के अनुसार, 14 अप्रैल को ग्रहों की शुभ स्थिति से मालव्य, हंस, सत्कीर्ति और विमल नाम के अन्य शुभ योग भी बनेंगे। सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में और गुरु, शुक्र व शनि स्वराशि में रहेंगे। ग्रहों की ये स्थिति शुभ फल देने वाली है। शुभ योग व ग्रहों की इस स्थिति के चलते ये दिन खरीदी-बिक्री, इन्वेस्टमेंट, पूजा, दान आदि के लिए बहुत ही शुभ रहेगा।

ये उपाय करें इस दिन
1. 14 अप्रैल को मेष संक्रांति पर किसी पवित्र नदी में स्नान करें और सूर्यदेव को अर्ध्य दें। इससे सूर्य से संबंधित दोष दूर होते हैं।
2. मेष संक्रांति पर जरूरतमंदों को अनाज, भोजन, कपड़े, आदि चीजों का दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
3. मेष संक्रांति पर शुभ योगों में किसी मंदिर के अन्नक्षेत्र में अनाज का दान करें। इससे भी आपकी लाइफ की परेशानियां कम हो सकती हैं।
4. इस दिन किसी ब्राह्मण को घर बुलाकर भोजन करवाएं और अपनी इच्छा अनुसार दान-दक्षिणा देकर सम्मान विदा करें।
5. मेष संक्रांति पर गाय को हरा चारा खिलाएं, मछलियों के लिए नदी में आटे की गोलियां बनाकर डालें।



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