
Neelam Gemstone: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि एक ऐसा ग्रह है जो मनुष्य जीवन पर सबसे ज्यादा असर डालता है। ये ग्रह जिस व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, उसे अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विद्वानों से शनि के अशुभ फलों से बचने के लिए अनेक उपाय बताए हैं। रत्न धारण करना भी इन उपायों में से एक है। शनि के लिए नीलम रत्न पहना जाता है जिसे ब्लू सफायर भी कहते हैं। लेकिन नीलम रत्न पहनते समय बहुत सावधानी रखनी पड़ती है नहीं तो शुभ के स्थान पर अशुभ फल मिलने लगते हैं। आगे जानिए शनि के रत्न नीलम से जुड़ी खास बातें…
विद्वानों के अनुसार, जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि अशुभ स्थान पर बैठा हो या जब किसी पर शनि की ढैया और साढ़ेसाती का असर हो तो उन लोगों को शनि का रत्न नीलम पहनना चाहिए लेकिन इसके पहले किसी योग्य विद्वान से सलाह जरूर लेनी चाहिए। शनि का रत्न नीलम बहुत शक्तिशाली होता है, अगर कोई गलत व्यक्ति इसे पहन ले तो उसके बुरे दिन शुरू हो सकते हैं। आमतौर पर मेष, वृषभ, तुला और वृश्चिक राशि के लोगों पर नीलम रत्न का अच्छा और शुभ प्रभाव रहता है। सदी के महानायक और बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी नीलम रत्न ही पहनते हैं।
1. असली नीलम गहरे नीले रंग का होता है और छुने में मुलायम प्रतीत होता है।
2. सूर्य के प्रकाश में संपर्क में आने से इसके अंदर से किरणें निकलती हुए दिखाई देती हैं।
3. असली नीलम में थोड़ी देर के लिए दूध की कटोरी में डाल दें तो दूध का रंग नीला दिखाई देने लगता है।
1. नीलम पहनने से पहले उसे गंगाजल से धोकर पवित्र करें। शनिवार के दिन अपनी बीच वाली उंगली में इसे धारण करें।
2. संभव हो तो किसी विद्वान से इसे मंत्रों द्वारा सिद्ध करवा लें, इससे इसके शुभ प्रभाव में और ज्यादा वृद्धि हो सकती है।
3. नीलम रत्न पहनने के बाद मांस और मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए और किसी भी तरह का गलत काम भी नहीं करना चाहिए।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।